मध्य प्रदेश के होशंगाबाद (नर्मदापुरम) जिले के इटारसी में रंगपंचमी की रात दो दोस्तों के बीच गुटका खाने को लेकर विवाद हुआ। परिवार के इकलौते नाबालिग ने दोस्त से गुटका मांगा था और उसने देने से इनकार कर दिया तो उसने चाकू से गोद दिया। जब तक घायल नाबालिग को अस्पताल ले जाया गया, उसकी मौत हो चुकी थी।
गुटके की लत किस तरह लोगों की जान के लिए खतरा बनती जा रही है और होशंगाबाद जिले के इटारसी नगर में इसके कारण एक नाबालिग की जान तक चली गई। नाबालिग के पिता दिव्यांग हैं और वह अपने परिवार का इकलौता बेटा था। घटना मंगलवार रंगपंचमी की रात की है जिसमें इटारसी में नाबालिग से उसके दोस्त ने गुटका मांगा था। मगर उसने मना कर दिया तो दोस्त ने चाकू से उस पर हमला कर दिया और एक के बाद एक लगातार कई वार किए। इससे नाबालिग गंभीर रूप से घायल हो गया और कुछ देर बाद ही उसने दम तोड़ दिया।
यह है मामलां
इटारसी स्थित हाउसिंग बोर्ड कालोनी में रंगपंचमी की रात नाबालिग विवेक पिता गोविंद सटले अपने एक दोस्त के साथ घूम रहा था। रात करीब 12 बजे गोविंद से उसके दोस्त ने गुटका का पाउच मांगा लेकिन उसने मजाक ही मजाक में गुटका देने से मना कर दिया। मगर दोस्त ने इस मजाक को समझा नहीं और दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि गुटका नही देने से नाराज युवक ने नाबालिग पर चाकू से हमला कर दिया। चाकू के हमले में युवक बुरी तरह घायल हो गया। सिर पर खून सवार था तो उस दोस्त ने एक अन्य युवक को भी चाकू मार दिया क्योंकि वह घायल नाबालिग को बचाने सामने आया था। घायल के परिजन दोनों को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने विवेक सटले को मृत घोषित कर दिया।