13 साल में तीन शादियां रचाई। आखिर ऐसा क्या हुआ कि अब वो अपनी तीसरी बीवी के साथ जेल की हवा खा रहा है। यह कहानी आपको हैरान कर देगी। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में 19 मार्च को कोकड़ी मार्ग पर एक महिला की अधजली लाश मिली थी। इस ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं थी। लिहाजा पुलिस ने मामले की गहन तफ्तीश शुरू की।
पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए इस महिला के बारे में पता लगाने की कोशिश की। जल्दी ही महिला के परिजन कांकेर पहुंचे। भिलाई से आए परिजनों ने महिला की लाश देखकर उसकी पहचान 38 साल की अपनी बेटी पूर्णिमा ग्वाला के रूप में की। लाश की सटीक पहचान होने के बाद अब पुलिस धीरे-धीरे इस गुत्थी को सुलझाने के करीब पहुंचने लगी।
मृतक महिला के परिजनों ने पुलिस को बताया कि 18 मार्च को पूर्णिमा का पति तुलसीदास मानिकपुरी उनके घर आया था और अपनी पत्नी को अपने साथ लेकर गया था। इस लीड के मिलते ही पुलिस तुलसीदास मानिकपुरी की तलाश में चप्पे-चप्पे को खंगालने लगी। लेकिन तुलसीदास ने अपना फोन बंद कर दिया था।
पुलिस का शक तुलसीदास पर गहरा गया था लिहाजा उसे तलाशने के लिए पुलिस ने भिलाई, कवर्धा, दुर्ग, रायपुर समेत आसपास के कुछ अन्य जिलों की पुलिस से संपर्क साधा। आखिरकार एक सीसीटीवी फुटेज में नजर आया कि वो पत्नी पूर्णिमा को एक सफारी कार में बिठाकर गुरूर की तरफ गया था। पुलिस को चकमा देने के लिए तुलसीदास लगातार मोबाइल नंबर बदल रहा था और बार-बार अपना ठिकाना भी बदल रहा था।
लेकिन आखिरकार आरोपी को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। तुलसीदास के साथ एक महिला इंद्राणी मानिकपुरी को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार तो कर लिया था लेकिन अभी इस मामले में कई परतें खुलनी बाकी थीं। जिस महिला को तुलसीदास के साथ गिरफ्तार किया गया था वो उसकी तीसरी पत्नी थी।