कोरोना से जुड़ी जानकारियों में अभी भी कोरोना होने के कारणों का सही तरह से पता नहीं चल पाया है। इसके अलावा इसके लक्षणों को लेकर भी इस बीमारी की कई नई थ्योरी सामने आ रही है। वायरस की प्रकृति को समझने की कोशिश में हाल ही में वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया है, जिसमें यह पता चला है कि किसी व्यक्ति के नाखून देखकर भी यह पता चलता है कि किसी व्यक्ति को कोरोना होने का कितना खतरा है। इस स्टडी से ही यह बात सामने आई कि नाखून ही नहीं, किसी व्यक्ति की अंगुलियों का साइज देखकर भी उसे कोरोना का कितना खतरा है, यह बात पता चलती है।
जर्नल साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित अध्ययन से पता चलता है कि जिन लोगों की तर्जनी अंगुली की तुलना में अनामिका छोटी होती है, उनमें गंभीर COVID का खतरा अधिक हो सकता है। यूके में स्वानसी यूनिवर्सिटी, पोलैंड में मेडिकल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉड्ज और स्वीडन के करोलिंस्का यूनिवर्सिटी अस्पताल के शोधकर्ताओं की एक टीम ने यह समझने के लिए अध्ययन किया कि किसी व्यक्ति के हार्मोन का स्तर (मुख्य रूप से टेस्टोस्टेरोन) COVID-19 से संक्रमित होने पर उनकी रिकवरी यानी ठीक होने की स्थिति पर क्या असर पड़ता है। अध्ययन की खोज से पता चला है कि छोटी अनामिका अंगुली वाले लोगों में गंभीर COVID की बीमारी और इसके लक्षणों के चलते अस्पताल में भर्ती होने की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा, अध्ययन में यह भी पाया गया कि जिन लोगों के दाएं और बाएं हाथ की उंगलियों के बीच बड़ा अंतर होता है, उनमें भी वायरस से के गंभीर लक्षण नजर आते हैं।
कैसे हुई स्टडी
परीक्षण के लिए, वैज्ञानिकों ने व्यक्ति की अंगुली की लंबाई की जांच करके हार्मोन के स्तर को आंकने के लिए किए गए पिछले अध्ययनों का मूल्यांकन भी किया। इस अध्ययन के अनुसार, लंबी अनामिका होना गर्भ में वृद्धि के दौरान उच्च टेस्टोस्टेरोन के स्तर का संकेत है, जबकि लंबी तर्जनी उच्च एस्ट्रोजन के स्तर का संकेत है। शोधकर्ताओं का मानना है कि टेस्टोस्टेरोन और कोविड-19 की गंभीरता के बीच एक कड़ी हो सकती है।इसका कारण यह है कि बुजुर्ग पुरुषों को में कोरोना के गंंभीर लक्षण देखने को मिले।
इसके अलावा शोधकर्ताओं ने 154 प्रतिभागियों को इकट्ठा किया और अपने हाथ में उनकी उंगलियों की लंबाई मापी। प्रतिभागियों में, 54 लोग COVID-19 से संक्रमित थे। अंत में, उन्होंने पाया कि दूसरी और चौथी उंगलियों के साथ-साथ उनकी तीसरी और पांचवीं उंगलियों के बीच बड़े आकार के अनुपात वाले लोग दूसरों की तुलना में गंभीर कोरोना वायरस से पीड़ित थे। इसका सीधा-सा मतलब है कि पुरुषों और महिलाओं दोनों में कम टेस्टोस्टेरोन और उच्च एस्ट्रोजन उन्हें गंभीर कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा होने का इशारा करते हैं।