विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक ऐसा फैसला लिया है जो देश के करोड़ों स्टूडेंट्स को राहत देने वाला है। हाल में हुई एक बैठक में यूजीसी ने एक साथ दो डिग्री के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। आयोग के इस फैसले के बाद अब स्टूडेंट्स एक ही समय पर दो डिग्री कोर्स कर सकेंगे।
कैसे ये डिग्री मिलेगी क्या-क्या नियम होंगे? इस पर अब गाइडलाइन भी जारी कर दिया गया है। छात्रों को एक डिप्लोमा कोर्स और एक यूजी कार्यक्रम,दो मास्टर कोर्स या दो स्नातक कोर्स के संयोजन के साथ चयन करने की अनुमति होगी। पीजी कार्यक्रम के लिए आवेदन करने के पात्र छात्र यदि चाहें तो यूजी डिग्री प्रोग्राम के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। यह छात्र को स्नातक और पीजी दोनों करने की अनुमति देता है। हालांकि,इस बात का ध्यान भी रखना होगा कि कक्षाओं के समय में कोई टकराव न हो।
एक छात्र दो अकादमिक कार्यक्रमों को कर सकते हैं। एक फुल टाइम और फिजिकल मोड में और दूसरा ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ODL) या ऑनलाइन मोड में या एक साथ दो ओडीएल/ऑनलाइन कार्यक्रम कर सकते हैं।
ऑनलाइन मोड के तहत डिग्री या डिप्लोमा कार्यक्रमों को केवल ऐसे उच्च शिक्षण संस्थानों (HEI) के साथ आगे बढ़ाया जाएगा जो यूजीसी/सांविधिक परिषद/सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हैं।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि ये दिशानिर्देश पीएच.डी.(Phd) को छोड़कर सभी शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिए लागू हैं।
छात्रों को दो डिग्री योजना को तीन तरीकों से करने की अनुमति होगी।
फिजिकल मोड में दोनों डिग्री, बशर्ते कि कक्षाओं का समय एक-दूसरे के साथ न टकराए।
एक फिजिकल मोड में और एक ऑनलाइन या ओपन डिस्टेंस लर्निंग,ओडीएल मोड में.ऑनलाइन मोड दोनों में।
यूजीसी के चेयरमैन ने कहा है कि अब छात्र एक साथ दो डिग्री कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। दोनों डिग्रियां या तो एक ही यूनिवर्सिटी से ली जा सकेंगी या फिर अलग-अलग यूनिवर्सिटी से ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को फिजिकल और ऑनलाइन मोड में एक साथ दो डिग्री प्रोग्राम करने की भी अनुमति होगी। छात्रों को एक ही समय में दो फुल टाइम डिग्री हासिल करने की अनुमति देकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत तैयार की गई है।