मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश सपरिवार दो दिवसीय प्रवास पर मुक्की आये। मुख्यमंत्री महोदय ने शुक्रवार सायंकालीन सफारी में कान्हा टायगर रिजर्व का भ्रमण किया। कान्हा के वनों की आर्कषक दृश्यावालियों ने उन्हें आकर्षित किया। साल वनों के विस्तार एवं इससे जल धाराओं के सतत् प्रवाह के बारे में जानकर प्रसन्नता व्यक्त की गयी। बारासिंघा एवं अन्य वन्यप्राणियों के रहवास प्रबंधन का अवलोकन करते हुये प्रबंधन के मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा की गयी। बारासिंघा संरक्षण के प्रयास की सराहना की गयी।
शनिवार को प्रातः कालीन सफारी में मुक्की जोन भ्रमण के दौरान सारंगपुर तालाब क्षेत्र में बाघ के दीदार हुये। प्रवास के समय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा कर्मचारियों एवं अधिकारियों से प्रबंधन एवं उनकी सेवा संबंधी जरूरत पर चर्चा की गयी। श्री एस.के. सिंह, भा.व.से., क्षेत्र संचालक द्वारा कान्हा से पर्यटन क्षेत्र में रोजगार की उपलब्धता के साथ प्रबंधन के माध्यम से स्थानीय जनता को रोजगार उपलब्धता की जानकारी दी गयी। प्रबंधन की कठिनाइयों एवं कर्मचारियों के विशेष वेतन के प्रावधान का अनुरोध किया गया। वामपंथी आंदोलन के कान्हा क्षेत्र में फैलाव पर मुख्यमंत्री द्वारा शीघ्रता से प्रभावी कदम उठाने के संकेत दिये गये। कान्हा भ्रमण के अंतिम चरण में मुक्की प्रवेश द्वार टिकट काऊंटर परिसर में आम, जामुन, आंवला एवं अमरूद के पौधों का रोपण किया गया। उनकी पत्नि श्रीमति साधना सिंह एवं पुत्रगण द्वारा भी पौधा रोपण किया गया। यहाँ पर उनके द्वारा स्थानीय ग्रामीणों से भी चर्चा की गयी तथा वृक्षारोपण के महत्व को बताया गया। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री महोदय द्वारा प्रतिदिन पौधा रोपण का संकल्प लिया गया है।
प्रवास कार्यक्रम में कान्हा टायगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक, उप संचालक (कोर), उप संचालक (बफर), पुलिस अधीक्षक, बालाघाट, कमांडेंट हागफोर्स एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।