1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को डॉक्टर्स के काम के लिए उन्हें सम्मान दिया जाता है. डॉक्टर्स को हर रोज लोगों की सेवा मे लगा देखा जा सकता है | डॉक्टर्स को भगवान का दर्ज़ा दिया जाता है कोरोना कल मे जिस तरह लोगो की जान बचाने के लिए खुद की जान खतरे मई डाली थी, उसे कोई भूल नहीं सकता है | कोरोना कल मई कई ऐसी तस्वीरें सामने आई, जिन्होने ये साबित कर दिया था कैसे डॉक्टर ने दिन रात लोगो की जान बचाने मे कोई कसर नहीं छोड़ी थी |
इस वर्ष एनएच एमएमआई हॉस्पिटल ने अनूठे तरिके से मनाया नेशनल डॉक्टर्स डे, आज के दिन हमने डॉक्टर के साथ केक कटिंग के साथ साथ हमने डॉक्टर्स के लिए फायर ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा| हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम है ” फॅमिली डॉक्टर ऑन द फ्रंट लाइन” के अनुसार हमारे डॉक्टर्स ने इस विषय पर बहुचर्चा कर इसका बारे बात की और कहा की राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 1 जुलाई को समाज में उनके अपार योगदान के लिए डॉक्टरों का आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। इस राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर शहर के चिकित्सक डॉक्टर-मरीज के रिश्ते को मजबूत करने पर जोर दिया
फायर सेफ्टी विभाग रायपुर के अनिल साहू, दीपक कौशिक, रोशन ठाकुर, विजय, हरीश पाल, अजय सिंह के निर्देशन में आगजनि के समय में सुरक्षा से सम्बंधित जानकारी दी गई। जो की अपने आप में प्रदर्शित करता है मरीजों की सुरक्षा के साथ साथ परिजनों की सुरक्षा का ख्याल कैसे रखा जाये।
एनएच एमएमआई अस्पताल के पारिवारिक चिकित्सक डॉ. राजेंद्र परगनिया ने कहा, “चाहे वह छोटी चोट, संक्रमण, टीकाकरण या मानसिक स्वास्थ्य हो, एक पारिवारिक चिकित्सक हमेशा मदद के लिए उपलब्ध रहता था। यही वह प्रणाली है जिसे समुदाय में पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। कोविड ने हमें सिखाया है कि स्वास्थ्य सेवा को घरों और समुदायों के करीब ले जाने की जरूरत है। यह एक स्वस्थ समुदाय और अंततः एक स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में मदद करता है।” डॉक्टर-मरीज के रिश्ते में सुधार हुआ है क्योंकि दूरसंचार के कारण मरीज अपने घरों पर भी समय पर हस्तक्षेप करने में सक्षम थे। यह डॉक्टर को फोन या वीडियो पर बात करने, रोगी को देखने, उसके चेहरे के भाव, दृश्य संकेतों और शरीर की भाषा को नोटिस करने और फिर उपचार के आगे के पाठ्यक्रम को तय करने की अनुमति देता है। यह रोगियों में कोविड संक्रमण के जोखिम को कम करने का एक शानदार तरीका है और वे केवल आवश्यकता पड़ने पर ही अस्पताल जा सकते हैं।”
श्री नवीन शर्मा, फैसिलिटी डायरेक्टर ने बताया चिकित्सक दिवस में सारे चिकित्सक जो हमारे समाज में देवदूत की तरह सेवाएं देते है। उसी कड़ी में आज एक अनूठी पहल के सहयोगी रहे ।आज का दिन हमें चिकित्सकों को समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए धन्यवाद ज्ञापित करने का है। जो विकट संक्रमण काल में भी अपने उत्तरदायित्व का सफलता पूर्वक निर्वहन किया।
इस कार्यक्रम में एनएच एमएमआई अस्पताल, रायपुर के सभी चिकित्सको की उपस्थिति रही।