आजकल ज्यादातर लोग ब्लड प्रेशर की चपेट में आ रहे हैं। अगर आप भी रक्तचाप के रोगी हैं तो रतनजोत आपके लिए वरदान हो सकता है। रतनजोत एक आयुर्वेदिक औषधीय जड़ी बूटी है, जिसे जेट्रोफा के नाम से जाना जाता है। रतनजोत में ऐसे कई गुण हैं, जो बहुत से रोगों को दूर करने में लाभकारी है।
ब्लड प्रेशर करें नियंत्रित-
रतनजोत में पाए जाने वाले औषधीय गुण रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। रतनजोत जैसी प्राकृतिक औषधियों का सेवन करने से ब्लड प्रेशर जैसी समस्या के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने में करें मदद-
रतनजोत के बीज से निकले तेल का प्रयोग करने से आंखों की रोशनी तेज होने के साथ त्वचा बेदाग और रूखापन दर होता है। इसके अलावा दाद खाज और खुजली से छुटकारा दिलाने, पेट के कीड़ों को खत्म करने में भी यह बेहद फायदेमंद मानी गई है।
खून साफ करें-
रतनजोत का इस्तेमाल खून को साफ करने के लिए भी किया जा सकता है।
गठिया दर्द दूर करने में मददगार-
गठिया का दर्द लोगों के लिए असहनीय पीड़ा लेकर आता है। इस स्थिति में न केवल शरीर के जोड़ों बल्कि मांसपेशियों में बहुत तेज दर्द होता है। ऐसे में रतनजोत के बीजों से निकले तेल से जोड़ों व मांसपेशियों की मालिश करें। इसके प्रयोग से आप गठिया के दर्द से निजात पा सकते हैं।
ह्रदय रोगों से छुटकारा-
रतनजोत को आयुर्वेदिक जड़ी बूटी के रूप में पहचाना जाता है। दरअसल रतनजोत की जड़ में कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में मौजूद उन विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं, जिन्हें हृदय समस्याओं का कारण माना जाता है।
माइग्रेन का दर्द करें दूर-
आप रतनजोत की जड़ का उपयोग सिर दर्द जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए कर सकते हैं। इस पौधे की जड़ के सेवन से माइग्रेन का दर्द दूर करने में भी सहायता मिलती है।
त्वचा बनाएं बेदाग-
अगर आप अपनी त्वचा पर चिकनपॉक्स के जिद्दी दागों से परेशान हो चुके हैं तो रतनजोत आपकी त्वचा से इन दाग-धब्बों को हटाने में मदद कर सकता है। इस औषधीय गुणों वाले पौधे के पत्तों को पीसकर उनका रस निकाल लें और नारियल के तेल में मिलाएं। इस मिश्रण को रोजाना कुछ दिन तक उन दागों पर लगाएं, जिससे दाग तो हटेंगे ही साथ ही त्वचा में निखार आएगा और आपका चेहरा बेदाग बनेगा।