राजधानी रायपुर में मिले मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। नेशनल इंस्टीयूट ऑफ वॉयरोलॉजी (NIV) लैब से शनिवार को उसकी रिपोर्ट आ गई। वहीं उसके शरीर पर पड़े दानों के ठीक होने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया, मंकीपॉक्स के संदेहास्पद मरीज की जांच NIV पुणे से कराई गई। उपचार के बाद अब वह स्वस्थ हो चुका है। सिंहदेव ने कहा, यह इत्मिनान की बात है कि छत्तीसगढ़ अभी इस बीमारी से अछूता है, मगर हम सभी को एहतियात बरतने की आवश्यकता है। सभी से अनुरोध है कि बीमारी के कोई भी लक्षण पाए जाने पर नज़दीकी अस्पताल में संपर्क करें और गम्भीरता से इसकी जांच करवाएं।
बता दें मूल रूप से कांकेर का रहने वाला 13 साल का छात्र रायपुर के एक छात्रावास में रहता है। उसके शरीर पर लाल दाने दिखाई देने के बाद 25 जुलाई को उसे जिला अस्पताल के चर्म रोग विभाग की ओपीडी में दिखाया गया। वहां मंकीपॉक्स संदिग्ध मानकर 26 जुलाई को उसे मेडिकल कॉलेज से संबद्ध डॉ. भीमराव आम्बेडकर अस्पताल की ओपीडी में दिखाया गया। यहां शुरुआती जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया। प्रोटोकाल के मुताबिक मरीज के सैंपल को जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉयरोलाजी के लैबोरेटरी भेजा गया। उसकी रिपोर्ट शनिवार को आई।