सूरजपुर- जिले मे शिक्षा व्यवस्था कि लचर तस्वीरें आए दिन सामने आते रहती हैं। ऐसे में आदिवासी वनांचल क्षेत्र प्रेमनगर स्थित एकलव्य कन्या आवासीय विद्यालय कि स्थिति बेहद खराब है। जहां प्रेमनगर के वार्ड क्रमांक चार मे एक ही परिसर मे एकलव्य आवासीय विद्यालय और आदिवासी पोस्ट मेट्रीक छात्रावास है।
जहां महज पचास बिस्तरों वाले दोनों छात्रावास मे तीन गुने आदिवासी छात्राएं हैं। जहां पानी से लेकर भवन तक का अभाव है। ऐसे मे छात्राएं आए दिन बीमार भी पड़ती रहती हैं। जहां बीते छह दिनों मे लगभग 50 से ज्यादा छात्राएं फूड पॉइजनिंग का शिकार हो चुकी हैं। फिलहाल डाक्टरों की टीम के इलाज से सभी छात्राओं की स्थिति ठीक है। लेकिन सूदुर वनांचल मे स्थित प्रेमनगर के छात्रावासों की दुर्दशा को सुधारने को लेकर जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से हमेशा दूरी बनाए रहते हैं।
ऐसे में नियमों का हवाला देकर आदिवासी छात्रावासों के जिम्मेदार मीडिया से दूर रहते हैं तो वही स्थानीय पार्षद जैसे जनप्रतिनिधी भी छात्रावासों के सुधार के लिए शासन प्रशासन की ओर निगाहे टिकाए बैठे हैं। जहां भले ही विभागीय जिम्मेदार चुप्पी साधे रहें। ऐसे मे प्रेमनगर के ब्लॉक मेडिकल आफिसर ने बताया कि छात्रावास के बच्चो की तबीयत पूरी तरह ठीक है लेकिन पांच दिन पहले एक साथ इतनी छात्राओं का तबीयत खराब होना चिंता का विषय रहता है।