कांकेर- जिले के बॉर्डर से 4 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों ने अपने ही साथी को पुलिस मुखिबर बताते हुए उसकी हत्या कर दी। नक्सलियों ने उसके खिलाफ उसकी शर्ट में ही एक पर्चा सेफ्टी पिन से चस्पा किया है, जिसमें उसे गद्दार बताते हुए पुलिस का मुखबिर बताया है। साथ ही उस पर नक्सली शंकर राव की हत्या का भी आरोप लगाया है। जिसके तहत उसे जनअदालत में सजा देने की बात कही है।
गढ़चिरौली जिले के गरदेवाड़ा थाना गट्टा में मंगलवार को नक्सलियों ने अपने ही साथी नक्सली दिलीप हिचामी की गला घोंटकर हत्या कर दी। सूचना मिलते ही गट्टा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया। शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया है। मौके से जो पर्चा मिला है, उसके मुताबिक दिलीप उर्फ नितेश हिचामी निवासी झुरेगांव महाराष्ट्र पुलिस का भेजा हुआ आदमी था। जिसे एक मिशन के तहत पुलिस ने नक्सली संगठन में 2011 में भेजा था। जो संगठन में काम करते हुए 2012 में कसनसुर एलओएस का सदस्य बना और अक्टूबर 2022 तक संगठन में काम करता रहा।
हालांकि पुलिस के लिए काम करने के कारण उसने अपने पहले टारगेट के तहत डीवीसी मेंबर नक्सली शंकर राव की 28 अक्टूबर को हत्या की थी। नक्सलियों ने आरोप लगाया कि इसके लिए दिलीप हिचामी ने पुलिस फायरिंग का बहाना बनाकर बंदूक से शंकर राव को गोली मार दी थी, लेकिन उसे अन्य नक्सलियों ने पकड़ लिया था। इसके बाद नक्सलियों ने जन अदालत लगाई थी, जिसमें दिलीप को मौत की सजा सुनाई थी।