बाबर आजम की अगुवाई वाली पाकिस्तान की टीम ने पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 7 विकेट से मात देकर फाइनल में जगह बना ली है। टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान 13 साल बाद पहुंचा है। आखिरी बार इस टीम ने 2009 में फाइनल खेला था और उस दौरान टीम खिताब जीतने में सफल रही थी। भारत और इंग्लैंड के बीच 10 नवंबर को दूसरा सेमीफाइनल खेला जाना है, अगर इस मैच में रोहित शर्मा की टीम जीत दर्ज करने में कामयाब रहती है तो फैंस को 13 नवंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच खिताबी जंग देखने को मिल सकती है।
न्यूजीलैंड ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए डैरिल मिशेल के अर्धशतक के दम पर बोर्ड पर 152 रन लगाए थे। इस स्कोर को पाकिस्तान ने बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की शानदार साझेदारी के दम पर 5 गेंदें रहते हासिल कर लिया। बाबर और रिजवान के बीच पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी हुई थी।
153 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम को मोहम्मद रिजवान ने आक्रामक शुरुआत देकर बाबर आजम से दबाव बिल्कुल हटा दिया। वर्ल्ड कप में अभी तक इन दोनों ही खिलाड़ियों का बल्ला शांत था, मगर सेमीफाइनल जैसे बड़े पड़ाव पर बाबर-रिजवान दोनों टीमों की उम्मीदों पर खड़े उतरे। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 105 रन जोड़े। बाबर आजम को 53 के निजी स्कोर पर ट्रेंट बोल्ट ने आउट कर टीम को पहला झटका दिया। इसके बाद 132 के स्कोर पर बोल्ट ने रिजवान को भी पवेलियन का रास्ता दिखाया। रिजवान ने 57 रनों की शानदार पारी खेली। लक्ष्य के करीब पहुंचकर टीम को तीसरा झटका मोहम्मद हारिस के रूप में लगा जो 26 गेंदों पर 30 रन बनाकर आउट हुए।
केन विलियमसन की अगुवाई वाली न्यूजीलैंड की टीम ने सेमीफाइनल मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की। कीवी टीम ने डेरेल मिशेल के अर्धशतक के दम पर पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 153 रनों का लक्ष्य रखा है। मिशेल ने विलियमसन के साथ 68 तो नीशम के साथ नाबाद 35 रनों की साझेदारी की। मिशेल ने 35 गेंदों पर 3 चौकों और 1 छक्के की मदद से 53 रनों की नाबाद पारी खेली। पाकिस्तान के लिए शाहिद अफरीदी ने सर्वाधिक दो विकेट लिए।