चुनाव के समय अक्सर नेताओं के वादे चर्चा का विषय बन जाते हैं। कोई राशन की बात करता है तो कोई बिजली की। लेकिन क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि कोई नेता मूंछों के देखभाल के लिए भत्ता देने की बात करे? जी हां, एक ऐसा ही उम्मीदवार इस बार गुजरात में चुनाव लड़ रहा है। गुजरात के हिम्मतनगर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे मगनभाई सोलंकी (57) अपनी ढाई फुट लंबी मूंछों की वजह से चर्चा में बने हुए हैं। मगनभाई साल 2012 में सेना से रिटायर हुए। उन्हें चुनाव लड़ना पसंद है। साल 2017 में भी वो गुजरात विधानसभा चुनाव लड़े थे।
मगनभाई ने पीटीआई से बताया कि मैं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का उम्मीदवार था। मैं चुनाव हार गया लेकिन हार नहीं मानी। 2019 के लोकसभा चुनाव में मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इस बार भी मैं निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हूं। मगनभाई ने कहा कि जब मैं सेना में था, मेरी मूंछें ध्यान आकर्षित करती थीं क्योंकि वरिष्ठ अधिकारी हमेशा उनकी प्रशंसा करते थे। जब मैं चुनाव लड़ रहा होता हूं तो लोग मेरी मूंछें देखकर हंसते हैं। बच्चे आकर इसे छूने की कोशिश करते हैं। वहीं युवा ऐसी मूंछ बढ़ाने के तरीके के बारे में सुझाव मांगते हैं। उन्होंने कहा कि यदि वह चुनाव जीतते हैं तो वह गुजरात सरकार से युवाओं को मूंछें बढ़ाने को प्रोत्साहित करने के लिए एक कानून लाने की अपील करेंगे।
सेना में मूंछों की देखभाल के लिए मिलता था भत्ता
मगनभाई ने कहा कि जो भी मूंछें रखता है, सरकार को उसे इनके रखरखाव के लिए कुछ राशि का भुगतान करना चाहिए। मगनभाई मूंछें बढ़ाने के लिए अपने पिता से प्रेरित हुए। 19 साल की उम्र में सेना में शामिल होने तक उनकी मूंछे काफी लंबी हो चुकी थीं। उन्होंने कहा कि सेना में मुझे अपनी मूंछों के रखरखाव के लिए विशेष भत्ता मिलता था। मैं अपनी रेजिमेंट में मूंछवाला के रूप में जाना जाता था। मेरी मूंछें मेरी शान हैं। यह मुझे भीड़ से अलग करती हैं।
मगनभाई कहते हैं कि वह जब तक चुनाव जीत नहीं जाते, तब तक चुनाव लड़ना नहीं छोड़ेंगे। बता दें कि हिम्मतनगर सीट को वोटिंग दूसरे चरण में होगी। पहले चरण की वोटिंग आज हो गई। चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे।