भगवान राम का जन्मोत्सव यानी रामनवमी गुरुवार को बड़े ही धूमधाम से देश भर में मनाया गया. इसी बीच इंदौर के एक मंदिर में आयोजित हवन के दौरान पुरातन बावड़ी की छत अचानक धंस गई. जिसमें 50 से ज्यादा लोग 40 फीट गहरी बावड़ी में गिर गए।
हादसे में 34 लोगों की मौत हो गई है. इंदौर संभाग कमिश्नर पवन शर्मा ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में कुल 150 लोगों की टीम जुटी है. इसमें 15 एनडीआरएफ, 50 एसडीआरएफ, 75 आर्मी के जवान शामिल हैं. अब तक 34 शव बरामद किए जा चुके हैं और 18 लोगों का रेस्क्यू किया गया है. इसमें से 16 लोगों का उपचार जारी है. दो लोग मिसिंग है, जिन्हें तलाशने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. वहीं, शुरुआती जांच में हादसे के पीछे मंदिर प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है. बताया जा रहा है कि बावड़ी पर मंदिर निर्माण को लेकर एक साल पहले प्रशासन ने आपत्ति जताई थी. सरकार की आपत्ति के बाद भी मंदिर में निर्माण कराया जा रहा था. बिना स्वीकृति निर्माण हादसे का कारण बना है. चेतावनी के बाद भी मंदिर प्रबंधन ने अनदेखी की है. वहीं, घटना में जान गंवाने वालों में से 4 मृतकों की आंखें दान की जाएगी. मृतकों के परिजनों ने इसका ऐलान किया है. जिसमें भारती कुकरेजा, इंदर कुमार समेत अन्य दो मृतक शामिल हैं