*मुख्यमंत्री शामिल हुए साहू समाज के सामूहिक आदर्श विवाह कार्यक्रम में*
*दाम्पत्य जीवन में प्रवेश करने वाले 16 जोड़ों को दिया आशीर्वाद*
*57 लाख के कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन किया*
*पाटन में सामाजिक भवन के लिए 50 लाख रूपए और गातापार में तालाब के सौंदर्यीकरण की घोषणा*
रायपुर, 22 अप्रैल 2023/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड के ग्राम गातापार में आयोजित सामूहिक आदर्श विवाह, भक्त माता कर्मा जयंती महोत्सव और भामाशाह जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने दाम्पत्य जीवन में प्रवेश करने वाले 16 नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने पाटन में साहू समाज के सामाजिक भवन के लिए 50 लाख रूपए और गातापार तलाब सौंदर्यीकरण की घोषणा भी की। साहू समाज द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 1007 दीप का प्रज्वलन कर माँ कर्मा देवी की महाआरती के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि साहू समाज प्रगतिशील समाज है। सामाजिक जागरूकता और संगठन शक्ति की बदौलत यह समाज तेजी से आगे बढ़ रहा है। पिछले 20 वर्षों से साहू समाज द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है, यह उनकी प्रगतिशीलता का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि राजीम माघी पुन्नी मेला के लिए राजीम में 55 एकड़ जमीन आबंटित की गई है, जहां पहुंच मार्ग बनाने से लेकर साधु व संत जनों के लिए धर्मशाला का निर्माण, डोम का निर्माण व अन्य निर्माण कार्य योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने समाज के पदाधिकारियों को प्रत्येक निर्णय सामाजिक हित में लेने की बात कही। कार्यक्रम में जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री अशोक साहू, पूर्व विधायक डॉ. दयाराम साहू एवं अन्य जनप्रतिनिधि व साहू समाज के पदाधिकारी एवं सामाजिक बंधु उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में 57 लाख के कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन भी किया। लोकार्पित कार्यों में गातापार में 25 लाख रूपए की लागत से पानी टंकी, 6.50 लाख रूपए की लागत से सामुदायिक भवन, 3.50 लाख रूपए की लागत से सार्वजनिक शौचालय, 3 लाख रूपए की लागत से रंगमंच, 2 लाख रूपए की लागत से कर्मा भवन का जीर्णाेद्धार, उमरपोटी में 2 लाख रूपए की लागत से रंगमंच, 10 लाख रूपए की लागत से शासकीय उचित मूल्य की दुकान एवं गोडाउन और 5 लाख रूपए की लागत से शीतला मंदिर प्रांगण में जीर्णोंद्धार कार्य का भूमि पूजन शामिल है।