रायपुर, 3 जुलाई 2023
राज्य में खरीफ सीजन 2023 के लिए 6100 करोड़ रूपए कृषि ऋण के रूप में किसानों को उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 4476 करोड़ 75 लाख रूप का ऋण किसानों को दिया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 73 प्रतिशत है। खरीफ 2022 में राज्य के किसानों को इसी अवधि में 3667 करोड़ 85 लाख रूपए का ऋण वितरित किया गया था। चालू खरीफ सीजन में किसानों को वितरित कृषि ऋण बीते वर्ष इसी अवधि में वितरित ऋण से लगभग 808 करोड़ 90 लाख रूपए अधिक है। खरीफ सीजन 2022 में किसानों को 5563 करोड़ 60 लाख रूपए का अल्पकालीन कृषि ऋण दिया गया था।
गौरतलब है कि राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने तथा कृषि काश्त में कमी लाने के लिए किसानों को रियायती दर पर उच्च गुणवत्ता की जैविक खाद सहकारी समितियों के माध्यम से कृषि ऋण के रूप में प्रदाय किए जाने की व्यवस्था शासन द्वारा की गई है। यहां यह उल्लेखनीय है कि सुराजी गांव योजना के तहत अब तक गांव में निर्मित एवं संचालित 10,235 गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत ग्रामीण किसानों एवं पशुपालकों से 2 रूपए किलो में गोबर की खरीदी नियमित रूप से की जा रही है। क्रय गोबर से वृहद पैमाने पर वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन महिला समूहों द्वारा किया जा रहा है। गौठानों में अब तक महिला समूहों द्वारा अब तक लगभग 35 लाख क्विंटल जैविक खाद का उत्पादन किया गया है, जिसमें से 27 लाख क्विंटल से अधिक खाद का उठाव और उपयोग राज्य के किसानों सहित अन्य संस्थानों द्वारा किया जा चुका है। वर्तमान में राज्य के 7300 गौठानों में 6.34 लाख क्विंटल जैविक खाद उपलब्ध है, जिसे किसानों को उपलब्ध कराने के लिए पैकेजिंग कर सहकारी समितियों को भेजा जा रहा है।