ह्यूमन पेपीलोमावायरस स्किन में किसी कटान के माध्यम से घुसता है और इंफेक्शन फैला देता है. यह वायरस जब एक बार शरीर में घुस जाए तो कई जगहों पर मस्से निकल सकते हैं. अगर संक्रमित व्यक्ति के निजी सामानों जैसे कि तौलिया, शॉवर, साबुन, शेविंग किट आदि का इस्तेमाल किया जाए तो इस्तेमाल करने वाले व्यक्तियों को भी वायरस का संक्रमण हो सकता है और उसे भी मस्सा निकल सकता है. एचपीवी यानी ह्यूमन पेपीलोमावायरस और जेनाइटल वार्ट कई तरह के कैंसर का कारण हो सकता है. इसमें एनल कैंसर, सर्विकल कैंसर और गले के कैंसर का खतरा रहता है. यानी यदि आपके प्राइवेट पार्ट पर मस्से निकल गए हैं और ठीक नहीं हो रहा है तो यह कैंसर हो सकता है. इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. वहीं जब मस्से कट-फट जाते हैं तो उसमें बैक्टीरिया या फंगस के प्रवेश का मौका मिल जाता है. इस स्थिति में भी कई तरह की बीमारियां हो सकती है. ज्यादातर मस्से के कारण दर्द नहीं होता है लेकिन प्लांटर वार्ट दर्द का कारण बन जाता है. कुछ मस्से हाथ, चेहरा और शरीर में स्किन के रंग और रूप को बिगाड़ सकता है.
शरीर पर होने वाले अधिकांश मस्से अपने आप चले जाते हैं. अगर मस्से न जाए तो इसे घर पर भी सही किया जाता है. इसके लिए सेलीसाइक्लिक एसिड आता है. यह एक तरह का रसायन है जिसे मस्से पर लगाने से मस्सा गल जाता है. वहीं जब खुद से यह न जाएं तो डॉक्टर फ्रीजिंग यानी क्रायोथेरेपी, इम्यूनोथेरी, लेजर ट्रीटमेंट से इसे ठीक करते हैं. डॉक्टर कुछ लिक्विड केमिकल या दवा के माध्यम से भी मस्से को ठीक करते हैं.