गांव-गांव स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने वाले 102 नंबर एम्बुलेंस के नही आने से गर्भवती महिलाएं और उनके परिजन काफी परेशान हो गए है। प्राइवेट वाहन कर 6 हजार से 8 हजार देकर स्वास्थ्य केंद्र लेकर आ रहे हैं परिजन…प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से महतारी एम्बुलेंस खड़ी हो गई है, जिससे गर्भवती महिलाओं को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। गर्भवती महिला के परिजन 25 से 40 किलोमीटर तक प्राइवेट वाहन कर कर स्वास्थ्य केंद्र पहुंच रहे हैं जिससे उन्हें लगभग 3 हजार से 4 हजार केवल आने का खर्चा है और जाने का भी उतना खर्च मतलब आने और जाने का लगभग 6 हजार से 8 हजार का खर्चा लग रहा है। परिजनों को कहना है कि हम गरीब इतना खर्चा कैसे कर सकते हैं हमें बहुत मुश्किल हो चुका है।
हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि वे लोग विगत 10 वर्षों से जेवीके कंपनी के अंतर्गत 102 एम्बुलेंस सेवा में कार्य कर रहे हैं और अब शासन ने यह ठेका दूसरी कम्पनी केम्प को दे दिया है, जो अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए हमें काम से निकाल रहे हैं।