फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के साथ इजराइल के युद्ध के बीच देश छोड़ने के इच्छुक 212 भारतीयों को लेकर पहली चार्टर उड़ान गुरुवार को बेन गुरियन हवाई अड्डे से रवाना हुई। यह फ्लाइट आज सुबह अब से कुछ ही देर पहले दिल्ली के हवाई अड्डे पर लैंड की है।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय “पहले आओ पहले पाओ” के आधार पर स्थानीय समयानुसार रात 22:14 बजे भारत के लिए रवाना हुए।
ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत लाए गए एक भारतीय नागरिक ने कहा, “इज़रायल में युद्ध शुरू होने के बाद हमें भारत से हमारे परिवार और दोस्तों के फोन आने लगे थे, सभी हमारे लिए फिक्रमंद थे। मैं हमारे लिए इस ऑपरेशन के इज़रायल से भारत सुरक्षित लाए जाने पर भारत सरकार और भारत के विदेश मंत्रालय का शुक्रिया अदा करता हूं।”
केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, “हमारी सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी। हमारी सरकार, प्रधानमंत्री उनकी सुरक्षा के लिए, उन्हें सुरक्षित घर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश मंत्रालय की टीम, एयर इंडिया की इस उड़ान के चालक दल के आभारी हैं जिन्होंने इसे संभव बनाया, हमारे बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ घर वापस लाया और उनके प्रियजनों के पास वापस पहुंचाया।”
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि भारत का पूरा ध्यान इजरायल से भारतीयों को वापस लाने पर है। उन्होंने कहा कि वहां मौजूद भारतीय जो वापस लौटना चाहते हैं, उन्हें भारतीय दूतावास में पंजीकरण कराने को कहा गया है। इजरायल में करीब बीस हजार भारतीय फंसे हैं।