वाघ बकरी चाय समूह के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर पराग देसाई का निधन हो गया है। वह 50 साल के थे। 15 अक्टूबर को मॉर्निंग वॉक पर निकले पराग देसाई पर स्ट्रीट डॉग्स ने हमला कर दिया था खुद को डॉग अटैक से बचाने में वह फिसलकर गिर गए थे और उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया था। इलाज के दौरान रविवार सुबह अहमदाबाद में उनका निधन हुआ है। यह बात अहमदाबाद मिरर की एक रिपोर्ट में कही गई है।
सूत्रों के मुताबिक, पराग देसाई इस्कॉन अम्बली रोड पर मॉर्निंग वॉक के दौरान डॉग अटैक में घायल हुए थे। गिरने के बाद उनके सिर में गंभीर चोट आई थीं। उन्हें तत्काल शेल्बी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। इसके बाद उन्हें सर्जरी के लिए जायडस हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया, जहां 22 अक्टूबर को उनका निधन हो गया। पराग देसाई, रसेस देसाई के बेटे हैं, जो कि वाघ बकरी ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। वाघ बकरी चाय में पराग सेल्स, मार्केटिंग और एक्सपोर्ट्स का काम देखते थे। पराग देसाई ने न्यूयार्क स्थित लॉन आइलैंड यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई पूरी किए थे। वह अपने परिवार की चौथी पीढ़ी थे जो चाय के कारोबार से जुड़े थे। उनकी अगुवाई में कंपनी ने कई नए मुकाम को छूने में सफल रही है। बिजनेस के साथ-साथ पराग देसाई की गहरी दिलचस्पी वाइल्डलाइफ में थी।
वाघ बकरी चाय से पराग देसाई 1995 में जुड़े थे। तब कंपनी का कुल कारोबार 100 करोड़ रुपये से भी कम था। लेकिन आज सालाना टर्न ओवर 2000 करोड़ रुपये को पार कर गया है। भारत के 24 राज्यों के साथ-साथ दुनिया के 60 देशों वाघ बकरी चाय को एक्सपोर्ट किया जा रहा है। ये देसाई का ही प्लान था जिसकी वजह से कंपनी की ब्रांडिंग मजबूत हुई।