नारायणपुर- नक्सलियों ने पर्चा जारी कर जिले के भाजपा जिला उपाध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य रतन दुबे की हत्या की जिम्मेदारी ली है। नक्सलियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने पर्चा जारी कर कहा है कि रतन दुबे धर्मांतरण के मुद्दे पर आदिवासियों को आपस में लड़वा रहा था। आमदाई खदान का समर्थन और सुरक्षाबलों का कैंप बिठाने में सहयोग कर रहा था। इसलिए PLGA ने उसे मौत की सजा दी है। नक्सलियों ने पर्चे में लिखा है कि, केदार कश्यप के साथ मिलकर रतन दुबे भाजपा और RSS से आदिवासियों को जोड़ रहा था। पुलिस के लिए सामान सप्लाई, जनता के पैसों का गबन, धर्मांतरण के नाम पर आदिवासियों पर हमले करवाना और पुलिस के लिए मुखबिरी करने का काम करता था।