सोशल मीडिया और ऑनलाइन बैंकिंग के दौर में साइबर फ्रॉड और स्कैम के मामले लगातार सामने आते हैं। अब एक चौकाने वाला स्कैम सामने आया है, जिसमें धोखाधड़ी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया है। जी हां! एक महिला के साथ एआई-जनरेटेड वॉयस फ्रॉड किया गया है, और महिला से 1.4 लाख रुपये लूटे गए हैं।
ये हैं पूरा मामला
कनाडा की एक 59 साल की महिला एआई-जनरेटेड वॉयस फ्रॉड का शिकार हुई और उसे 1.4 लाख का नुकसान हुआ है। कॉल करने वाले ने महिला के भतीजे की आवाज में उससे मदद के नाम पर पैसे की मांग की थी। जैसा कि हमने बताया स्कैमर ने एआई-जनरेटेड वॉयस का इस्तेमाल किया था, तो ऐसे में महिला के बाद संदेह की कोई वजह नहीं थी।
स्कैमर ने पीड़ित के भतीजे की आवाज में अपने एक्सिडेंट की बाद कही और कानूनी परेशानी के कारण तुरंत पैसे की मांग की। महिला ने इमेरजेंसी समझ कर स्कैमर के बताए गए अकाउंट में लाखों रुपये ट्रांसफर कर दिए।
एआई वॉयस स्कैम से बचने के तरीके
- कभी भी फोन पर पर्सनल जानकारी न दें जब तक कि आप कॉलर की पहचान के बारे में निश्चित न हों।
- यदि कोई परिवार या रिश्तेदार बनकर पैसे की मांग कर रहा है तो तुरंत पैसे भेजने से बचें और एक बाद उसके नंबर पर कॉल करें या परिवार के अन्य किसी सदस्य से बात करके स्थिति की गंभीरता की जांच कर लें।
- उन कॉल करने वालों से सावधान रहें जो तत्काल पैसे या पर्सनल जानकारी मांगते हैं।
- यदि आपको किसी कंपनी के नाम से फोन किया जा रहा है और आपको कॉल करने वाले पर संदेह हो रहा है तो कॉल काट दें और सीधे कंपनी को वापस कॉल करें।
- लेटेस्ट एआई वॉयस स्कैम टेक्नोलॉजी से अवगत रहें।
- स्कैमर्स लगातार धोखाधड़ी के तरीके खोज रहे हैं ऐसे में किसी भी झांसे में आने से बचें।
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें। यदि आपको संदेह है कि आपको एआई वॉयस स्कैम के लिए टारगेट किया जा रहा है, तो तुरंत साइबर पुलिस में इसकी रिपोर्ट करें।