रायपुर- भाजपा और कांग्रेस दोनों राजनीतिक दलों की ओर से सभी जिलों में विधानसभावार एजेंट बनाने के निर्देश संबंधित क्षेत्र के विधायक प्रत्याशियों के साथ ही जिलाध्यक्षों को दिए गए हैं। कांग्रेस की ओर से प्रत्येक विधानसभा में दो एआरओ समेत 16 काउंटिंग एजेंट तो भाजपा में तीन एआरओ समेत 17 काउंटिंग एजेंट तैनात रहेंगे। जिलाध्यक्षों और प्रत्याशियों का कहना है कि पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं और सबसे करीबी लोगों को ही मतगणना एजेंट बनाया जाता है ताकि हर राउंड की गिनती पर वह निगाह रख सके और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी हो तो तत्काल आपत्ति जताते हुए इसकी शिकायत रिटर्निंग अफसर से कर सके। पीसीसी की ओर से सभी जिलाध्यक्षों को काउंटिंग एजेंटों की ट्रेनिंग करने के लिए जल्द ही समय निर्धारित करने के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल काउंटिंग एजेंट एक प्रकार का चुनावी पर्यवेक्षक होता है जिसे उम्मीदवार या उम्मीदवार के चुनाव एजेंट द्वारा चुनाव गणना की निगरानी के लिए नियुक्त किया जाता है। मतगणना के दौरान इनकी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है।