एमएमआई नारायण हॉस्पिटल के मेंटेनेंस विभाग मे कार्यरत की 15 वर्षीय बेटी ने राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीता

एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल के मेंटेनेंस विभाग मे कार्यरत है,अजब सपाहा की 15 वर्षीय बेटी कविता सपाहा, ने अपने खेल उपलब्धियों के माध्यम से अपने परिवार और अस्पताल समुदाय को गर्वित किया है।
कविता का खेल के प्रति प्रेम 8 वर्ष की आयु में ही शुरू हुआ, जब वह तीसरी कक्षा में थी । उस छोटी आयु में ही, वह एथलेटिक्स टूर्नामेंट्स में शामिल हो गई थी। अजब सपाहा ने कविता का हर तरह से समर्थन किया , उन्होंने प्रयोजन सुनिश्चित की, और कड़ी मेहनत के साथ उसके सपनों को पूरा करने मे हमेशा प्रोत्साहित किया|
हाल ही में कविता ने गोवा नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल प्राप्त किया और हरियाणा नेशनल गेम्स में ब्रान्ज़ मेडल जीता। अब उसका लक्ष्य ओलंपिक में भारत को प्रस्तुत करना है। उसने अपनी जीत के लिए अपनी माँ, पिताजी, और कोच को आभार व्यक्त किया है, जो मेहनत, परिश्रम और कभी हार न मानने की वजह से मिली|
कविता अपने पिता अजब, कोच, एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल के फैसिलिटी डायरेक्टर तपानी घोष, किरोध कुमार दाश, और सम्पूर्ण हॉस्पिटल को आभार व्यक्त करती है। कविता ने कहा, “मेरे पिताजी ने कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन कभी भी मेरी हौसला काम नहीं होने दिया। एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल ने हमारे परिवार को बहुत समर्थन दिया है, और मुझे आगे बढ़ने मे सहायता की |
अपनी बेटी की उम्मीदों और सपने पूरे करते हुए उन्हे बड़ा गर्व और खुशी महसूस होती है । कविता की उपलब्धियां दिखाती हैं कि समर्पण और समुदाय का समर्थन मिला तो कोई भी चुनौती को पार कर सकता है और अपने सपनों को हकीकत बना सकता है।
नारायणा हेल्थ को कविता के कड़ी मेहनत और उनकी उपलब्धियों पर बहुत गर्व महसूस करते है। उसे उसके लक्ष्य की दिशा में बढ़ने मे उसका पूरा समर्थन करेंगे और उसके ओलंपिक में भारत का प्रतिष्ठान बढ़ाने के मार्ग में सहायता करेंगे। अपनी बेटी को अपने लक्ष्यों को पूरा करते हुए देख, अजब को बहुत गर्व और खुशी महसूस होती है।

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