जांजगीर- चांपा लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी “डॉ शिवकुमार डहरिया” का जीवन परिचय..

कांग्रेस ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है जिसके बाद छत्तीसगढ़ से पूर्व सीएम भूपेश बघेल को राजनांदगांव से प्रत्याशी बनाया गया है तो वहीं जांजगीर-चांपा लोकसभा से डॉ शिवकुमार डहरिया को…

डॉ शिवकुमार डहरिया 2018 के विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गए थे और बघेल सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री रहे। लेकिन 2024 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2003 में वह पहली बार विधानसभा के लिए चुने गये। इसके बाद वर्ष 2008 और वर्ष 2018 में विधायक बने। बिलाईगढ विधानसभा और आरंग विधनसभा से विधायक भी रह चुके है।

उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरुआत छात्र नेता के रूप में की थी। 90 के दशक में स्कूल एवं कॉलेज छात्र संघ के विभिन्न पदों पर रहे। 1989 में मध्यप्रदेश की 20 सूत्री समिति के सदस्य रहे। वर्ष 1990 में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति एवं जनजाति प्रकोष्ठ के संयुक्त मंत्री रहे। वर्ष 1997 में उनको प्रदेश युवक कांग्रेस का महामंत्री बनाया गया। वर्ष 1990 से 2000 तक जिला एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी, युवक कांग्रेस के महामंत्री के पद पर रहे।

डॉ शिवकुमार डहरिया को मध्यप्रदेश में मित्रा था राज्यमंत्री का दर्जा

वर्ष 2000 में उनको राज्यमंत्री का दर्जा मिला। मध्यप्रदेश सरकार में राज्य परिवहन प्राधिकरण के सदस्य बनाये गये। वर्ष 2001 में उनको छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रभारी महामंत्री बना दिया गया।

 

वर्ष 2003 में वह पहली बार विधानसभा के लिए चुने गये। इसके बाद वर्ष 2008 और वर्ष 2018 में विधायक बने। वर्ष 2004 में उनको छत्तीसगढ़ विधानसभा की अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण संबंधी समिति का सदस्य बनाया गया। वर्ष 2004-05 में पटल पर रखे गये पत्रों के परीक्षण करने संबंधी समिति में उनको शामिल किया गया।

 

वर्ष 2006-07 में गैर सरकारी सदस्यों के विधेयकों तथा संकल्पों संबंधी समिति में रहे. वर्ष 2007 से 2010 तक सदस्य सुविधा एवं सम्मान समिति के सदस्य रहे, तो वर्ष 2010-11 में विशेषाधिकार समिति, प्रश्न एवं संदर्भ समिति का सदस्य उन्हें बनाया गया. वर्ष 2011-12 में सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण संबंधी समिति में उनको सदस्य के रूप में शामिल किया गया. वर्ष 2012-13 में डॉ डहरिया को लोक लेखा समिति, शासकीय आश्वासनों संबंधी समिति का सदस्य बनाया गया.

 

कार्यमंत्रणा समिति में भी सदस्य रहे डॉ डहरिया

वर्ष 2013-14 में उनको अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण संबंधी समिति, शासकीय आश्वासनों संबंधी में रहे. वर्ष 2019 में जब कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई, तो भूपेश बघेल की कैबिनेट में उनको नगरीय प्रशासन एवं विकास, श्रम मंत्रालय की जिम्मेवारी सौंपी गयी. वर्ष 2019 से 2021 तक वह कार्यमंत्रणा समिति के सदस्य रहे.

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