मामला कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के होसदुर्गा का है, जहां लघु सिंचाई विभाग में कार्यरत दर्शन बालू नाम का एक असिस्टेंट इंजीनिययर जल्दी अमीर बनने के चक्कर में क्रिकेट सट्टेबाजी में करीब 1.5 करोड़ रुपया हार गया और जब वह कर्जदाताओं के पैसे नहीं लौटा सका तो कर्ज देने वालों ने उसके घर पर आकर उसकी पत्नी का उत्पीड़न करना शुरू कर दिया। इससे तंग आकर दर्सन का गृहिणी पत्नी रंजीता वी ने खुदकुशी कर ली। पुलिस के मुताबिक, सुसाइड नोट में 24 वर्षीय रंजीता ने आरोप लगाया है कि उसके पति ने जिन लोगों से उधार लिए थे, वे अक्सर उनके घर आ धमकते थे और उसका उत्पीड़न करते थे। इससे आजिज आकर उसने ये भयानक कदम उठा लिया। पुलिस के मुताबिक, कर्जदाताओं ने धमकी दी थी कि बकाए का भुगतान नहीं करने पर पूरे परिवार को बदनाम कर देगा। रंजीता इससे घबरा गई और 19 मार्च को उसने आत्महत्या कर ली। मृतक रंजीता के पिता ने अब 13 लोगों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया है, जिनसे उनके दामाद दर्शन ने कर्ज लिए थे। शिकायत के आधार पर, 13 संदिग्धों के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। 13 आरोपियों में से तीन (शिवू, गिरीश और वेंकटेश) को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य अभी भी फरार हैं। दर्शन और रंजीता का दो साल का एक बेटा भी है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दर्शन ने 1.5 करोड़ के कर्ज में से अधिकांश पैसे कर्जदारों को लौटा दिए थे। अब सिर्फ 54 लाख रुपये का बकाया रह गया था। हालांकि, दर्शन के ससुर ने अपनी शिकायत में उसे बेकसूर बताया है। शिकायत के मुताबिक, दर्शन सट्टबाजी को इच्छुक नहीं था लेकिन कर्जदारों ने उसे लालच देकर जानबूझकर उसे इस जंजाल में धकेल दिया।