झारखंड में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां थाने के मालखाने में रखा 10 किलो भांग और 9 किलो गांजा चूहे चट कर गए। पुलिस ने यह जानकारी 6 अप्रैल को अदालत में दी है। पुलिस के इस बयान से अब जज भी सकते में आ गए हैं। दरअसल, जिस नशीला पदार्थ रखने के आरोप में पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था उसी को जांच एजेंसी पेश नहीं कर सकी।
जानकारी के अनुसार यह मामला धनबाद के राजगंज थाने का है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 14 दिसंबर 2018 को नशीला पदार्थ बेचने के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर छापेमारी कर शंभू प्रसाद अग्रवाल और उसके बेटे को गिरफ्तार किया गया। पुलिस को छानबीन में उनके पास से 10 किलो भांग और 9 किलो गांजा बरामद हुआ।
6 अप्रैल को हुआ कोर्ट में खुलासा
यह मामला कोर्ट में पहुंचा, तभी से मामले की सुनवाई अदालत में चल रही थी। कई तारीख पर सुनवाई के बाद 6 अप्रैल को कोर्ट ने सजा सुनाने से पहले आरोपियों के पास से बरामद नशीला पदार्थ कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया। कोर्ट के आदेश पर मामले के जांच अधिकारी जयप्रकाश प्रसाद कोर्ट तो पहुंचे लेकिन उनके पास आरोपियों के पास से बरामद गांजा व भांग नहीं थी।