हरियाणा में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच जननायक जनता पार्टी (JJP) से बागी हो चुके तीन विधायकों की आज पानीपत में मंत्री महिपाल ढांडा के आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ गुप्त बैठक करने का पार्टी ने कड़ा संज्ञान लिया है। इस बैठक में शामिल हुए तीनों विधायकों पर जजपा द्वारा ऐक्शन लिए जाने की सूचना है। सूत्रों के मुताबिक तीनों विधायकों को जजपा ने नोटिस जारी किया है। हालांकि अभी तक नोटिस की कॉपी नहीं आई है। जजपा में बगावत इतनी बढ़ चुकी है कि गठबंधन से अलग होने के बाद भी जजपा विधायक रामनिवास सूरजखेड़ा सरेआम सीएम सैनी के साथ मंच साझा कर रहे हैं। इसके अलावा देवेंद्र बबली और जजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला के बीच भी जुबानी जंग हो चुकी है। इन तीनों विधायकों के अलावा तीन और विधायक जेजेपी से नाराज बताए जा रहे हैं। इसी वजह से जजपा अब ऐक्शन मोड में आ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि विपक्ष सिर्फ अपने गणित का ही अनुमान न लगाए, दूसरे के गणित को भी समझे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी के कई विधायकों से बीजेपी के व्यक्तिगत संबंध हैं। उन्होंने कहा कि फ्लोर टेस्ट से पहले विपक्ष को राज्यपाल को संतुष्ट करना होगा। विधायकों की व्यक्तिगत हाजिरी भी करवानी होगी। विपक्ष के किसी कागज पर लिखने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अपने सभी विधायकों को संभाल लें तो भी बड़ी बात होगी। जो विपक्ष ने मांग की है, उसका फैसला राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष को करना है। कांग्रेस और जजपा द्वारा भाजपा सरकार से की जा रही फ्लोर टेस्ट की मांग के बीच जजपा के तीन विधायकों ने आज पानीपत में पू्र्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की। इस बैठक में टोहाना विधायक देवेंद्र बबली, नरवाना से रामनिवास सूरजखेड़ा और जोगीराम सिहाग शामिल हुए। कयास लगाए जा रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जजपा को तोड़ने का खाका तैयार कर लिया है। इन तीनों विधायकों को भाजपा के साथ लाने की रणनीति बनाई जा रही है। मनोहर लाल से मुलाकात करने वाले जोगीराम सिहाग और देवेन्द्र बबली ने कहा कि जजपा की ओर से राज्यपाल को पत्र भेजने से पहले हमसे कोई बात नहीं की गई। जजपा के इन विधायकों की पार्टी से नाराजगी का फायदा भाजपा उठाने की फिराक में है।