सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के प्रमुख प्रेम सिंह तमांग सोमवार को दूसरी बार सिक्किम के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ 12 कैबिनेट मंत्री भी शपथ ग्रहण करेंगे। समारोह शाम चार बजे से शुरू होगा और कार्यक्रम करीब डेढ़ घंटे चलेगा। समारोह में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत कई केंद्रीय मंत्रियों, पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पूरे राज्य के लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसमें करीब 30 गणमान्य हस्तियों के पहुंचने की संभावना है। इसी वर्ष अप्रैल में हुए सिक्किम विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 जून को आए थे। प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में एसकेएम पार्टी ने 32 में से 31 सीटों पर प्रचंड जीत हासिल की है। एसकेएम केंद्र में एनडीए का हिस्सा है। राज्य के मुख्य सचिव वीबी पाठक ने रविवार को बताया कि पलजोर स्टेडियम में सुरक्षा समेत शपथ ग्रहण समारोह की पूरी तैयारी कर ली गई है।
जानें प्रेम सिंह तमांग का सियासी सफर
प्रेम सिंह तमांग का जन्म 5 फरवरी 1968 को पश्चिम सिक्किम के सिंग्लिंग बस्टी में हुआ था। उनके पिता का नाम कालू सिंह तमांग और मां का नाम धन माया तमांग है। शुरुआती शिक्षा हासिल करने के बाद तमांग ने 1988 में दार्जिलिंग गवर्नमेंट कॉलेज से कला में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। राजनीति में आने से पहले तमांग सरकारी शिक्षक थे। हालांकि, शिक्षक की नौकरी के बदले उनकी सामाजिक कार्यो में अधिक रूचि रही। इसी वजह से उन्होंने बाद में सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) की राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेना शुरू कर दिया और पार्टी के सदस्य बन गए। इसके बाद उन्होंने सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और एसडीएफ के स्थाई सदस्य बन गए। चामलिंग, एसडीएफ के संस्थापक रहे पूर्व सीएम पवन कुमार चामलिंग को अपना राजनीतिक गुरु मानते थे।