जम्मू कश्मीर के रियासी में आतंकियों ने श्रद्धालुओं से भरी बस को अपना निशाना बनाया। इस हमले में 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए। जम्मू कश्मीर पुलिस ने संदिग्ध आतंकियों का स्केच जारी करके उनकी जानकारी देने वालों को 20 लाख रुपए का इनाम देने का ऐलान किया है। इस स्केच को चश्मदीदों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह इससे जुड़ी भरोसेमंद जानकारी देने का कष्ट करें।
इस हमले में जो तीन आतंकी शामिल हैं उनके तार पुंछ में भारतीय वायुसेना के दस्ते पर हुए हमले से जुड़ते नजर आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार 4 मई को जब पुंछ में वायुसेना के दस्ते पर हमला हुआ था, उस हमले में भी ये तीनों संदिग्ध आतंकी शामिल थे। सूत्रों की मानें तो पुंछ हमले के बाद आतंकी जंगल की ओर भाग गए थे। इसके बाद इन लोगों ने रियासी से मंदिर से लौट रहे श्रद्धालुओं पर हमला बोल दिया। जिस बस में श्रद्धालु सवार थे, इसपर इन आतंकियों ने धावा बोल दिया। जिसमे 9 लोगों की जान चली गई, जबकि 33 लोग घायल हो गए।ये तीनों आतंकी जंगल में युद्ध की कला में पारंगत हैं। इन लोगों ने यूएस मेड एमृ4 कार्बाइन का इस्तेमाल किया था। ये आतंकी जंगल में कई दिन तक रहने में माहिर हैं। ये आतंकी इस क्षेत्र में सक्रिय थे। सुरक्षाकर्मी रियासी बस हमले में शामिल अन्य आतंकियों की तलाश कर रहे हैं।
सुरक्षाकर्मी इसके लिए बड़ा सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। इसके लिए पांच टीमों का गठन किया गया है, जो आतंकियों की तलाश में जुटी हैं। राजौरी, रियासी और पुंछ जिले में सुरक्षा एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के ही सहयोगी द रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है। हालांकि बाद में संगठन ने अपना बयान वापस ले लिया। इस हमले के बाद जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने रियासी में स्थित अस्तपताल में जख्मी लोगों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने सुरक्षा के हालात पर उच्च स्तरीय बैठक की। एलजी ने इस हमले में मृतकों के परिजनो को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही घायलों को 50-50 हजार रुपए की मदद दी जाएगी।