आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने ABHA नंबर को CGHS आईडी से जोड़ने की समय सीमा 30 जून, 2024 तक निर्धारित की थी।इस लिंकिंग को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हुए। इस पर अप्रैल महीने में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी किया। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) लाभार्थियों के पहचान पत्र (आईडी) को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (ABHA) नंबर से जोड़ने के पीछे सरकार का कोई गलत मकसद नहीं है।
मंत्रालय ने तब कहा था- CGHS रिकॉर्ड को ABHA नंबर्स से जोड़ने के हालिया कदम को लेकर बहुत सी गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। यह ‘आधार’ पर आधारित एक यूनिक हेल्थ आईडी है। मंत्रालय ने कहा कि ABHA की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि आधार नंबर और अन्य सुरक्षा प्रणालियों को लागू किए बिना कोई भी आधार को किसी भी सिस्टम पर सहेज नहीं सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि यह पहल CGHS लाभार्थियों को अपने मोबाइल फोन पर अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक पहुंच बनाने में मदद करेगी, जिससे बार-बार जांच कराने पर खर्च होने वाले पैसे की बचत होगी। मंत्रालय के मुताबिक जिस भी स्थान पर स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाया जा रहा है, वहां ABHA को लागू किया जा रहा है।
मौद्रिक या राजकोषीय योजना से नहीं है लिंक
मंत्रालय के मुताबिक यह सरकार की किसी मौद्रिक या राजकोषीय योजना से जुड़ा नहीं है। इसे प्रजनन और बाल स्वास्थ्य (आरसीएच), गैर-संचारी रोग (एनसीडी), निक्षय, यू-विन (सार्वभौमिक-टीकाकरण), ई-संजीवनी (टेलीपरामर्श), पीएमजेएवाई, पोषण (आंगनवाड़ी) जैसे सरकारी स्वास्थ्य कार्यक्रमों में शुरू किया जा रहा है। इसका प्रयोग चारधाम यात्रा , महा-कुंभ , केंद्रीय सेवाओं के लिए चिकित्सा परीक्षण, ड्राइविंग लाइसेंस के लिए चिकित्सा परीक्षण आदि में किया जा सकता है।