भगोड़े नित्यानंद की पूर्व शिष्या रही सारा लैंड्री इन दिनों कनाडा में रह रही हैं. उन्होंने बताया कि मैंने 2009 में नित्यानंद के आश्रम को जॉइन किया था. मैं सनातन धर्म को जानना चाहती थी. योग और ध्यान सीखना चाहती थी. उन्होंने कहा वो बड़े-बड़े संस्थाओं में अपने कोर्स देता था, MICROSOFT में लेक्चर्स देने जाता था. आगे वो बताती हैं कि साल 2010 में जब नित्यानंद का MMS लीक हुआ था. तब वो हैरान थी, लेकिन उनका ब्रेनवॉश किया गया कि ये मॉर्फ्ड वीडियो है.
वो माफिया की तरह अपनी संस्था चला रहा
सारा ने बताया कि वो धर्म का पाठ पढ़ाने के लिए अपनी संस्था नहीं चलाता है बल्कि वो माफिया की तरह काम करता है. सारा कहती है कि 9 साल तक मेरी जिंदगी नित्यानन्द के इशारों पर चली. मैं 24 साल से 33 साल की उम्र तक वहां थी. मैंने जब आश्रम छोड़ा तो मेरे ऊपर गलत आरोप लगाए, मुझे फंसाया गया. मुझे गैर हिंदू कहा, आरोप लगाया कि मैं इसके आश्रम के बच्चों को मारती हूं.
उन्होंने कहा इसके बाद मैंने उसके एक्स फॉलोवर से बात की, तब पता चला कि वहां बच्चों को मारा जाता है और महिलाओं के साथ गलत काम होता है. उन्हें गलत काम करने के लिए उकसाया जाता है. इसके साथ की जो महिलाएं खुद को संयासी बताती थी, वो कई लोगों को बहुत जल्द ही प्रभावित कर लेती थीं.
कैलासा एक फेक नैरेटिव है
कैलासा के बारे में सारा ने कहा हैं कि कैलासा एक फेक नैरेटिव है, फॉल्स नेशन है, जिसे इसी ने बनाया है. ये एक फिजिकल आइलैंड है. इसे इसने खुद को बचने के लिए क्रिएट किया है.सारा ने कहा कि भारत में इसने नित्यानंद के खिलाफ शिकायत की लेकिन पुलिस ने इसकी FIR नहीं लिखी और बचाती रही.
नित्यानंद के खिलाफ एक्शन और जांच बहुत जरूरी है. इसने रेप, छेड़खानी करके कई लोगों की जिंदगी बर्बाद की है. आगे उन्होंने कहा कि भारत से गुजारिश करूँगी कि इसको सजा दें. पुलिस और सरकार मिलकर इसकी मदद कर रही है इसकी जुर्म की कहानी बहुत लंबी है, क्योंकि मैं खुद उसके साथ थी, सारे गुनाहों का गवाह हूं. अब मुझे जस्टिस सिस्टम से भरोसा उठ गया है.