पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि अयोध्या की तर्ज पर प्रयागराज में बड़ी संख्या में होम-स्टे बनाने की तैयारी है। इससे पर्यटकों को उचित दर पर ठहरने के साथ-साथ भोजन की व्यवस्था उपलब्ध होगी।
वहीं प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में रोजगार सृजित होंगे। वह भवन स्वामी जिनके पास अतिरिक्त कमरे हैं, योजना का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि होम-स्टे से श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को एक नया परिवेश मिलेगा। साथ ही प्रदेश की गौरवशाली संस्कृति को नजदीक से देखने और समझने का अवसर प्राप्त होगा।
जयवीर ने कहा कि प्रयागराज में छह माह बाद भव्य और दिव्य महाकुंभ के आयोजन की तैयारी चल रही हैं। इस बार 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने के संभावना है। अयोध्या की तरह प्रयागराज में भी बड़ी संख्या में ठहराव स्थल की आवश्यकता होगी। इसकी पूर्ति के लिए होटल आदि के साथ-साथ पेइंग गेस्ट व्यवस्था पर अधिक फोकस किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या की तरह प्रयागराज में भी होम स्टे योजना भवन स्वामियों के लिए आय के बड़े अवसर के रूप सामने आई है। जिस किसी मकान मालिक के पास पर्यटकों को ठहराने के लिए अतिरिक्त कमरे उपलब्ध हैं, वह अच्छी-खासी कमाई कर सकता है। क्योंकि महाकुंभ में बड़ी संख्या में संगमनगरी आने वालों को ठहरने के लिए बड़ी संख्या में कमरों की जरूरी होगी। भवन स्वामी योजना का लाभ लेने के लिए क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय प्रयागराज में आवेदन कर सकते हैं।