क्षतिग्रस्त हुआ नेवी का युद्धपोत INS ब्रह्मपुत्र, एक नाविक लापता

भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस ब्रह्मपुत्र में अचानक आग लग गई. ये युद्धपोत मुंबई में नौसेना के डॉकयार्ड में थी, जब रविवार शाम को इसमें आग लगी, जिसे सोमवार सुबह तक बुझा लिया गया. हालांकि अब ये वॉरशिप एक तरफ झुक गया है. इस घटना के बाद से एक नाविक भी लापता है.

रविवार शाम में आग लगने की घटना के बाद सोमवार दोपहर में जहाज को एक तरफ झुका हुआ देखा गया. तमाम कोशिशों के बावजूद जहाज को सीधी स्थिति में नहीं लाया जा सका. हालांकि जहाज अपनी बर्थ के साथ-साथ धीरे-धीरे आगे बढ़ा और फिलहाल एक तरफ खड़ा है.

एक कनिष्ठ नाविक को छोड़कर सभी कर्मियों का पता लगा लिया गया है, लापता नाविक की तलाश जारी है. भारतीय नौसेना ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं.नौसेना ने कहा कि आईएनएस ब्रह्मपुत्र में मुंबई नौसैनिक डॉकयार्ड में रविवार शाम को मरम्मत का काम चल रहा था, जब उसमें आग लग गई.

जहाज को सीधी हालत में नहीं लाया जा सका- नौसेना
नौसेना ने एक बयान में कहा, “जहाज के चालक दल द्वारा नेवल डॉकयार्ड, मुंबई और बंदरगाह में अन्य जहाजों के अग्निशामकों की सहायता से सोमवार सुबह तक आग पर काबू पा लिया गया था. इसके बाद, दोपहर में, जहाज का एक तरफ झुकना शुरू हो गया. सभी प्रयासों के बावजूद, जहाज को सीधी हालत में नहीं लाया जा सका.”

आईएनएस ब्रह्मपुत्र स्वदेशी रूप से निर्मित ‘ब्रह्मपुत्र’ श्रेणी की पहली गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट है. इसे अप्रैल 2000 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था. जहाज पर 40 अधिकारियों और 330 नाविकों का दल है.समुद्र में होने वाली किसी भी तरह की लड़ाई में सक्षम आईएनएस ब्रह्मपुत्र
जहाज में मध्यम दूरी, करीबी दूरी और विमान भेदी हथियार, सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और टारपीडो लांचर लगे हैं. जहाज में समुद्री युद्ध के सभी पहलुओं को कवर करने वाले सेंसर की एक विस्तृत श्रृंखला है और ये सीकिंग और चेतक हेलीकॉप्टरों को संचालित करने में सक्षम है.

आईएनएस ब्रह्मपुत्र का डिस्पेस्मेंट 5,300 टन, लंबाई 125 मीटर, बीम 14.4 मीटर है और ये 27 समुद्री मील से अधिक की गति में चलने में सक्षम है.

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