झारखंड के कई जिलों में शनिवार को भी जमकर बारिश हुई। गुरुवार रात से शुरू हुई बारिश 3के कारण पूरे राज्य में आफत का आलम है। नदियां उफान पर हैं। बारिश और बाढ़ के कारण बोकारो में एक पुल बह गया जबकि लोहरदगा में दो पुल धंस गए। दर्जनभर डायवर्सन ध्वस्त हो गए। नदियों का पानी निचले इलाकों में घुस गया है। इधर, बारिश के दौरान हुए हादसों में छह लोगों की जान चली गई। दो-दो मौत गढ़वा और सरायकेला में, जबकि पलामू और गिरिडीह में एक-एक मौत हुई। पानी के बढ़ते दबाव के कारण शनिवार को तेनुघाट के अलावा पलामू में मोहम्मदगंज बराज के गेट खोल दिए गए। इस कारण निचले इलाकों में खतरा बढ़ गया है। बारिश की वजह से कोयला उत्पादन और ढुलाई पर भी असर पड़ा है।
पुल का बीच वाला हिस्सा बहा
जानकारी के अनुसार, बोकारो के गोमिया में बोकारो नदी पर ढेंढ़े-डुमरी पुल का मध्य भाग शनिवार सुबह बह गया। पुल के दो पिलर ध्वस्त हो गए। इसी दौरान पुल पार कर रहा एक ग्रामीण भी बह गया। उसकी तलाश जारी है। उसके पीछे चल रहे दो लोग बाल-बाल बच गए। उधर, बगोदर में घंघरी-सोनापहरी रोड बह गया है। मेदिनीनगर के पहाड़ी मुहल्ले में कोयल नदी का पानी भर गया है। वहीं महुआडांड़ में बराही नदी पर बने पुल का एप्रोच पथ बह गया। चतरा के टंडवा में एक बच्ची के बहने की सूचना है। यहां दो पुलिया भी ध्वस्त हो गई है। बड़कागांव में चेक डैम बह गया। गुमला में सिसई-बसिया मार्ग पर डायवर्सन बहने से परिचालन बाधित है। रामगढ़ जिले के भारी बारिश से रेलीगढ़ा में अंग्रेजों के जमाने का बना लोहा का पुल टूट गया। वहीं सिरका पोखरिया का बांध भी बह गया। भदानीनगर के सुद्दी में सड़क बह गई। तोपा बनवार सड़क पर चट्टान धौढ़ा के पास पुल बह गया। उरीमारी जरजरा-गरसुल्ला सड़क पर तेतरिया नाला की पुलिया और वहीं का अप्रोच रोड भी बह गया।