आपको बता दें कि पहले बार विश्व नारियल दिवस सन् 2009 में मनाया गया था। इस दिन को एशियाई और प्रशांत नारियल समुदाय द्वारा सेलिब्रेट किया जाता है। एशियाई और प्रशांत नारियल समुदाय (एपीसीसी) द्वारा ही इस दिन की स्थापना की गई थी। यह संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग के तहत एक अंतर सरकारी संगठन है। एपीसीसी ने 1969 में संगठन की स्थापना के उपलक्ष्य में इस वार्षिक उत्सव के लिए 2 सितंबर को चुना,
हर साल अंतर्राष्ट्रीय नारियल समुदाय इस दिन के लिए एक थीम निर्धारित करता है। इसका उद्देश्य नारियल के महत्व को लोगों को समझाना है। साथ ही, इसके स्वास्थ्य लाभों को लेकर जागरूक करना है। इस वर्ष के विश्व नारियल दिवस की थीम “सर्कुलर इकोनॉमी के लिए नारियल: अधिकतम मूल्य के लिए साझेदारी का निर्माण” है। यह विषय नारियल उद्योग में स्थिरता और साझेदारी को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।