तिरुपति बालाजी के मंदिर के प्रसाद लड्डू में जानवरों की चर्बी होने के दावे और रिपोर्ट सामने आने के बाद बवाल बढ़ता ही जा रहा है। बीजेपी नेता और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) बोर्ड के पूर्व सदस्य भानुप्रकाश रेड्डी ने कहा है कि वह जगनमोहन रेड्डी के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि 2019 से 2024 तक जगनमोहन रेड्डी की सरकार में प्रसाद के लड्डू बनाने के लिए जिस घी का इस्तेमाल होता था वह गाय का शुद्ध घी नहीं था बल्कि मिलावटी थी। उन्होंने कहा कि बालाजी के दर्शन के बाद श्रद्धालु लड्डू प्रसाद लेते हैं। उन्होंने कहा कि जगनमोहन रेड्डी की सरकार के दौरान रोज लट्टू बनाने के लिए 14 टन घी का इस्तेमाल होता था। दुर्भाग्य से यह मिलाटवी था। रिपोर्ट में पता चला है कि इसमें जानवरों की चर्बी मिलाई गई थी।
बता दें कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को बड़ा दावा किया था जिसपर सियासत गर्म हो गई है। उन्होंने कहा था कि तिरुपति के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी मिलाकर घृणित राजनीति की गई है। उन्होंने कहा कि पिछली वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार ने तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर को भी नहीं बख्शा और लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया। वहीं टीडीबी के प्रवक्ता अनम वेंकट रमण ने कहा कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा उपलब्ध कराए गए घी के नमूनों में गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि की गई है। उन्होंने कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में ‘पशु की चर्बी’, ‘लार्ड’ (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है। नमूने लेने की तारीख नौ जुलाई, 2024 थी और प्रयोगशाला रिपोर्ट 16 जुलाई की थी।