एक नई रिसर्च में तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिसर्च में बताया गया है कि साइबर अपराधी ChatGPT के GPT-4 बेस्ड रीयल-टाइम वॉयस एपीआई का इस्तेमाल करके Financial Scams को अंजाम दे रहे हैं।
ChatGPT में ये कमी
यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस, अर्बाना-शैंपेन (UIUC) के शोधकर्ताओं के अनुसार, ChatGPT जैसे टूल्स में सिक्योरिटी उपायों की कमी है जिसकी वजह से इनका इस्तेमाल बैंक ट्रांसफर, क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर, गिफ्ट कार्ड स्कैम्स और यूजर्स के क्रेडेंशियल चोरी जैसे Cyber Crimes के लिए किया जा सकता है।
शोध में यह भी बताया गया कि ChatGPT जैसे AI एजेंटों का इस्तेमाल रियल लोगों को कॉपी करके और बैंक ऑफ अमेरिका जैसी असली वेबसाइटों का सहारा लेकर, लोगों को पैसे ट्रांसफर करने के लिए फंसाने के लिए किया जा सकता है। रिसर्च के अनुसार, Common Scams पर टेस्टिंग में सफलता की दर 20% से 60% तक दर्ज की गई है, जिसमें 26 ब्राउजर एक्शन्स शामिल थे और लगभग तीन मिनट का समय लगा।
Gmail और Instagram से क्रेडेंशियल चोरी करना आसान?
हालांकि, शोध में यह भी बताया गया है कि खास नेविगेशन के कारण बैंक ट्रांसफर का फेलियर एटेम्पट रेट ज्यादा था, जबकि जीमेल और इंस्टाग्राम से क्रेडेंशियल चोरी की सफलता दर 60% और 40% थी। शोधकर्ताओं ने यह भी कहा है कि इस प्रकार के स्कैम्स को अंजाम देने की लागत काफी कम है, जो औसतन $0.75 यानी लगभग 63 रुपये होती है, जबकि बैंक ट्रांसफर जैसे एटेम्पट की लागत $2.51 यानी लगभग 211 रुपये होती है।