अमेठी जिले की गौरीगंज तहसील के कुशवैरा गांव में रहने वाले किसान महेश तिवारी की मां ने मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर संगम स्नान की इच्छा जताई। यह इच्छा उनके दिल में लंबे समय से थी। हालांकि, संगम पर उमड़ी भारी भीड़ के कारण महेश उन्हें सामान्य तरीके से स्नान कराने में असमर्थ हो रहे थे। फिर भी मां के सपने को पूरा करने का उनका संकल्प अडिग था।
महेश ने अपनी मां को रेलवे स्टेशन से अपने कंधे पर बैठाया और प्रयागराज स्टेशन से संगम तक पैदल यात्रा की। वहां उन्होंने मां को संगम स्नान कराया, जिससे उनकी मां की वर्षों पुरानी इच्छा पूरी हो गई।