जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आम लोगों पर हुए इस हमले ने इजरायल में हमास द्वारा किए गए हमले की याद दिला दी है। दोनों घटनाओं में आतंकियों ने निर्दोष, खुशियां मना रहे लोगों को निशाना बनाया, जिससे यह संदेह और गहराता जा रहा है कि इस हमले के पीछे कोई सुनियोजित अंतरराष्ट्रीय आतंकी गठजोड़ हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि इस हमले की साजिश पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में रची गई। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि पाकिस्तान की सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई को इस साजिश की पूरी जानकारी थी। यही नहीं, एजेंसियां यह भी जांच कर रही हैं कि क्या जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हमास के बीच पीओके में कोई समन्वय बना है, जिसके चलते यह हमला अंजाम दिया गया।
कल राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर हुई उच्चस्तरीय बैठक में कई कठोर फैसले लिए गए हैं, हालांकि आम जनता अब सीमा पार जाकर सीधे कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।
पाकिस्तान में हाल के दिनों में आतंकी गतिविधियां फिर से तेज हो गई हैं। खुलेआम कश्मीर के नाम पर भड़काऊ भाषण दिए जा रहे हैं। पाकिस्तान आर्मी चीफ और कई आतंकी सरगनाओं के हाल के बयानों को भी सुरक्षा एजेंसियां गंभीरता से जांच रही हैं।