छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में ‘नमाज कांड’ का मामला एक बार फिर तूल पकड़ चुका है। विश्वविद्यालय के NSS कैंप में कथित रूप से छात्र-छात्राओं को जबरन नमाज पढ़ाने के आरोप को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने विश्वविद्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल को हटाने और NSS कोऑर्डिनेटर को बर्खास्त करने की मांग की।
क्या है मामला?
31 मार्च को ईद के अवसर पर NSS की ओर से कोटा क्षेत्र के शिवतराई में एक कैंप आयोजित किया गया था। आरोप है कि इस दौरान मुस्लिम समाज के साथ-साथ हिंदू छात्रों को भी नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया गया। इस घटना को लेकर कुछ छात्रों ने कोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
अब तक नहीं हुई कार्रवाई
इस मुद्दे को लेकर पहले भी विरोध हो चुका है। तब कुलपति ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित कर 48 घंटे में रिपोर्ट सार्वजनिक करने की बात कही थी, लेकिन अब तक न रिपोर्ट सामने आई है और न ही कोई कार्रवाई हुई है। इस निष्क्रियता से नाराज संगठनों में आक्रोश और बढ़ गया है।
सामाजिक संगठनों में उबाल
घटना के बाद शहर में सामाजिक और धार्मिक संगठनों में नाराजगी साफ देखी जा रही है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय परिसर में धार्मिक गतिविधियों को थोपना गलत है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।