रायपुर- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अब छत्तीसगढ़ के रायपुर में दस्तक दी है। एनआईए की पांच सदस्यीय टीम शनिवार शाम को समता कॉलोनी स्थित मृतक दिनेश मिरानिया के घर पहुंची और उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की।
हमले में मारे गए थे दिनेश मिरानिया
दिनेश मिरानिया, जो एक स्टील व्यापारी थे, अपनी पत्नी नेहा मिरानिया, बेटे शौर्य और बेटी लक्षिता के साथ कश्मीर यात्रा पर गए थे। वे अपनी शादी की सालगिरह मना रहे थे, जब आतंकवादियों ने बैसरन घाटी में उन पर हमला कर दिया। इस हमले में 45 वर्षीय दिनेश की मौत हो गई, और उनके परिवार की खुशियां एक दुखद त्रासदी में बदल गईं।
एनआईए ने 7 अहम बिंदुओं पर की पूछताछ
एनआईए टीम ने शाम करीब 7:25 बजे मिरानिया परिवार से विशेष रूप से उस दिन की घटनाओं के बारे में जानकारी ली। पूछताछ में यह पता किया गया कि हमला अचानक हुआ था या परिवार ने पहले से कोई संदिग्ध गतिविधि महसूस की थी। परिवार के सदस्यों ने बताया कि दिनेश बच्चों के साथ तस्वीरें खिंचवा रहे थे, तभी अचानक गोली चली और अफरा-तफरी मच गई। नेहा मिरानिया ने कहा कि वे खुद भी इस घटना से सदमे में हैं और अब तक इस हमले से उबर नहीं पाई हैं।
एनआईए की जांच के बिंदु
एनआईए इस हमले में स्थानीय समर्थन, आतंकी नेटवर्क और सुरक्षा चूक जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार, एनआईए जल्द ही बैसरन घाटी के स्थानीय चश्मदीदों से भी पूछताछ कर सकती है, ताकि घटना के बारे में और जानकारी मिल सके।
राज्य सरकार और प्रशासन का सहयोग
छत्तीसगढ़ सरकार ने जांच एजेंसी को पूरा सहयोग देने की बात कही है। वहीं, रायपुर प्रशासन ने मिरानिया परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।
यह जांच मामले की गहराई में जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और अधिकारियों का कहना है कि वे जल्दी ही सभी पहलुओं पर काम करेंगे ताकि इस हमले के अपराधियों को पकड़ा जा सके।