नई दिल्ली: कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 से जुड़े बहुचर्चित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कानूनी राहत सामने आई है। आयोजन समिति के तत्कालीन प्रमुख सुरेश कलमाड़ी, महासचिव ललित भानोत समेत अन्य आरोपियों को राउज एवेन्यू कोर्ट ने क्लीन चिट दे दी है। कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए मामला समाप्त कर दिया।
सोमवार को सुनवाई के दौरान विशेष न्यायाधीश संजीव अग्रवाल ने कहा कि ईडी की लंबी और गहन जांच के बावजूद मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) की धारा 3 के तहत कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिले। न्यायालय ने कहा कि जब अभियोजन पक्ष आरोप ही साबित नहीं कर सका, तो केस को आगे बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं है।
गौरतलब है कि इस मामले में सीबीआई ने पहले ही जनवरी 2014 में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी, जिसे फरवरी 2016 में कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। ईडी ने आरोप लगाया था कि स्विस कंपनी को अनुचित रूप से ठेका दिए जाने से लगभग 90 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इसी आधार पर कलमाड़ी को अप्रैल 2012 में गिरफ्तार किया गया था, बाद में उन्हें जमानत मिल गई।
फैसले के बाद कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “आज झूठ का मायाजाल खत्म हो गया है। डॉ. मनमोहन सिंह और शीला दीक्षित जैसे ईमानदार नेताओं को बदनाम किया गया। प्रधानमंत्री मोदी और अरविंद केजरीवाल को देश से माफी मांगनी चाहिए।”