इस वर्ष अक्षय तृतीया का पावन पर्व बुधवार, 30 अप्रैल को श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह शुभ मुहूर्त सुबह 5:41 बजे से प्रारंभ हो जाएगा। अक्षय तृतीया को ‘अबूझ मुहूर्त’ कहा जाता है, यानी इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना पंचांग देखे किया जा सकता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा का विधान है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए, वरना मां लक्ष्मी की कृपा मिलने की बजाय उनके क्रोध का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं वे 6 काम जो इस पावन दिन पर भूलकर भी नहीं करने चाहिए:
1. किसी को उधार न दें
इस दिन पैसे उधार देना आर्थिक हानि का संकेत माना जाता है। मान्यता है कि इससे धन की वृद्धि रुक जाती है और लक्ष्मी की कृपा दूर हो सकती है।
2. घर में अंधेरा न रखें
अक्षय तृतीया पर विशेष रूप से शाम के समय घर के किसी कोने में अंधेरा नहीं होना चाहिए। उजाले को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है और अंधेरे को दरिद्रता का प्रतीक।
3. मास और मदिरा से परहेज करें
इस दिन मांसाहारी भोजन और शराब का सेवन वर्जित है। यह भगवान विष्णु का अपमान माना जाता है और इससे पुण्य का क्षय हो सकता है।
4. काले कपड़े न पहनें
काले वस्त्र किसी भी शुभ कार्य में वर्जित माने जाते हैं। इस दिन पीले वस्त्र पहनने से भगवान विष्णु और लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
5. अपमान और विवाद से बचें
किसी का दिल दुखाना, अपमान करना या मजाक उड़ाना इस दिन अत्यंत अशुभ माना गया है। शांत और सौम्य व्यवहार ही पुण्य का मार्ग प्रशस्त करता है।
6. फटे या पुराने कपड़े न पहनें
त्योहार के दिन कटे-फटे कपड़े पहनना मां लक्ष्मी के अपमान के समान है। साफ-सुथरे और अच्छे वस्त्र धारण करना शुभ फल प्रदान करता है।
अंत में
अक्षय तृतीया का दिन सिर्फ सोना-चांदी खरीदने का ही नहीं, बल्कि धर्म, दान और सच्चे मन से पूजन करने का दिन है। यदि इन बातों का ध्यान रखा जाए तो यह दिन जीवन में समृद्धि, सुख और शांति लेकर आता है।