रायपुर। रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस पार्टी के भीतर घमासान तेज हो गया है। विवाद के बढ़ते स्वरूप को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक लेखराम साहू करेंगे। समिति में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमचंद जायसी और सुनील माहेश्वरी को सदस्य बनाया गया है। यह समिति तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब रायपुर जिला कांग्रेस कमेटी ने पार्षद संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने का पत्र जारी किया। लेकिन इसके कुछ ही समय बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आदेश जारी कर आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त कर दिया। इस फैसले से नाराज होकर संदीप साहू सहित पांच कांग्रेस पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
आकाश तिवारी वही पार्षद हैं जिन्होंने नगर निगम चुनाव के दौरान कांग्रेस से टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। बाद में वे दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए। तिवारी की अचानक नियुक्ति ने कई स्थानीय नेताओं और पार्षदों में नाराजगी पैदा कर दी है।
कांग्रेस अब इस पूरे प्रकरण की जांच करेगी। जांच समिति पार्टी नेताओं, पार्षदों और स्थानीय संगठन के सदस्यों से चर्चा कर मामले की गहराई तक जाएगी और तीन दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।