नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत ने निर्णायक कदम उठाते हुए पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर जवाबी हमला किया। इस जवाबी कार्रवाई को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया, जिसमें वायुसेना और थलसेना ने मिलकर आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के नौ अड्डों को पूरी तरह तबाह कर दिया।
इस कार्रवाई से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। घबराए पाकिस्तान ने अपने दो प्रमुख हवाई अड्डों—लाहौर और इस्लामाबाद—का एयरस्पेस देर रात अचानक बंद कर दिया। पाकिस्तान एयरपोर्ट अथॉरिटी (PAA) के अनुसार, सभी व्यावसायिक उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। हालांकि कराची एयरस्पेस अभी भी चालू है। इससे पहले भी पाकिस्तान ने बुधवार को पूरे देश के हवाई क्षेत्र को 48 घंटे के लिए बंद करने का ऐलान किया था।
भारत की इस सटीक और प्रभावी सैन्य कार्रवाई से पाकिस्तान सरकार बौखला गई है। एक ओर पाकिस्तानी हुक्मरान परमाणु हमले की गीदड़भभकियां दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के मंत्री युद्धविराम की गुहार लगा रहे हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए हर हमले का मुँहतोड़ जवाब देगा।