कलबुर्गी (कर्नाटक): कर्नाटक के कलबुर्गी जिले की उपायुक्त और IAS अधिकारी फौजिया तरन्नुम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान परिषद सदस्य (MLC) एन रविकुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। रविकुमार ने यह कथित टिप्पणी 24 मई को भाजपा के ‘कलबुर्गी चलो’ आंदोलन के दौरान की थी, जिसे लेकर अब राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मच गया है।
रविकुमार का बयान और माफी
पीटीआई के अनुसार, रैली को संबोधित करते हुए एन रविकुमार ने कथित रूप से कहा था कि “ऐसा लगता है कि वह पाकिस्तान से आई हैं।” यह बयान उन्होंने उपायुक्त फौजिया तरन्नुम पर कांग्रेस पार्टी के आदेश पर काम करने का आरोप लगाते हुए दिया। हालांकि, बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि “जुबान फिसल गई थी” और उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया।
पुलिस में मामला दर्ज
स्टेशन बाजार थाना पुलिस ने रविकुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है।
फौजिया तरन्नुम का प्रोफाइल
फौजिया तरन्नुम, 2015 बैच की IAS अधिकारी हैं। इससे पहले उन्होंने 2011 में IRS सेवा में चयन प्राप्त किया था, लेकिन उनका सपना IAS बनने का था जिसे उन्होंने 2014 में पूरा किया। वह वर्तमान में कलबुर्गी की उपायुक्त और जिला मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें जनवरी 2025 में राष्ट्रपति द्वारा ‘बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिसेस अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया था, जो उन्हें 2024 लोकसभा चुनाव के प्रबंधन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मिला।
IAS एसोसिएशन ने जताई कड़ी आपत्ति
इस पूरे प्रकरण को लेकर IAS ऑफिसर एसोसिएशन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। अपने बयान में एसोसिएशन ने कहा,
> “फौजिया तरन्नुम एक बेदाग और समर्पित अधिकारी हैं। उनके खिलाफ की गई टिप्पणी निराधार, अपमानजनक और मानसिक उत्पीड़न के समान है।”
एसोसिएशन ने रविकुमार से बिना शर्त माफी की मांग की है और कहा कि इस तरह की बयानबाजी से न केवल लोकसेवकों की गरिमा को ठेस पहुंचती है, बल्कि यह उनकी निष्पक्ष सेवा भावना पर भी आघात है।