रायपुर– राजधानी रायपुर के माना थाना क्षेत्र अंतर्गत डूमरतराई स्थित ‘औषधि वाटिका’ नामक दवा और कॉस्मेटिक दुकान से 27 लाख रुपये की बड़ी चोरी का मामला सामने आया है। इस सनसनीखेज चोरी को अंजाम देने वाला कोई और नहीं, बल्कि दुकान मालिक का पूर्व ड्राइवर निकला, जिसे पुलिस ने जांजगीर-चांपा जिले से गिरफ्तार कर लिया है।
दुकान मालिक संजय आहूजा ने थाने में दर्ज शिकायत में बताया कि 27 मई की रात करीब साढ़े 8 बजे वे रोज की तरह दुकान बंद कर अपने घर लौटे। घर पहुंचने के बाद जब वे ताला लगाने लगे, तो उन्हें कार की चाबी नहीं मिली। शक होने पर जब उन्होंने कार की तलाशी ली, तो पाया कि दुकान की चाबी भी गायब है। इसके बाद जब वे तुरंत दुकान पहुंचे, तो वहां से 27 लाख रुपये नकद गायब मिले।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की
मामले की गंभीरता को देखते हुए माना थाना पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य साक्ष्य जुटाए। जांच के दौरान पुलिस को संदेह हुआ कि घटना में कोई जानकार व्यक्ति शामिल हो सकता है। शक की सुई संजय आहूजा के पूर्व ड्राइवर विजय कश्यप उर्फ गुड्डा पर जाकर रुकी, जो चोरी के बाद से लापता था।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी घटना के बाद सक्ती जिले के अपने गांव मलदा कला भाग गया था। रायपुर पुलिस ने जांजगीर और सक्ती पुलिस की मदद से गांव में दबिश दी और आरोपी को पकड़ लिया।
पूछताछ में किया जुर्म कबूल
पूछताछ में विजय कश्यप ने अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि उसे दुकान के भीतर नकदी रखे जाने की जानकारी थी और वह लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इसी के चलते उसने चोरी की योजना बनाई। पहले घर से मालिक की कार की चाबी चुराई, फिर कार में रखी दुकान की चाबी से ताले खोले और कैश लेकर फरार हो गया।
पुलिस कर रही बरामदगी की कोशिश
पुलिस अब चोरी की गई रकम की बरामदगी में जुटी है। आरोपी से पूछताछ जारी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि पैसे कहां छिपाए गए हैं या कहीं खर्च तो नहीं कर दिए गए।
यह घटना यह बताने के लिए काफी है कि विश्वासपात्र माने जाने वाले कर्मचारी भी मौका पाकर ग़लत कदम उठा सकते हैं। यह मामला एक बार फिर से सतर्कता और सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने की आवश्यकता को उजागर करता है।