बिक्रमगंज (रोहतास), 30 मई:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के रोहतास जिले के बिक्रमगंज में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उन्होंने जो वादा बिहार की धरती से किया था, उसे निभाकर ही लौटे हैं। उन्होंने कहा, “प्राण जाए पर वचन ना जाए – यही मर्यादा अब नए भारत की नीति बन चुकी है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग 50,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के ठिकानों को सेना ने खंडहर में बदल दिया है। हाल ही में चले सैन्य अभियान का हवाला देते हुए – जिसका आधिकारिक नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ माना जा रहा है – पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब आतंक पर ‘नई नीति, नई रीति’ से प्रहार कर रहा है।
उन्होंने कहा, “मैंने मधुबनी में आंख में आंख डालकर वादा किया था कि आतंकियों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा दी जाएगी। आज जब मैं बिहार आया हूं, तो अपने उस वचन को निभाने के बाद आया हूं।”
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इसके दो दिन बाद, 24 अप्रैल को मधुबनी में प्रधानमंत्री ने देशवासियों और वैश्विक नेताओं को यह भरोसा दिलाया था कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
पीएम मोदी ने कहा, “भारत की बेटियों के सिंदूर की ताकत क्या होती है, ये पाकिस्तान और दुनिया अब देख चुकी है। यह नया भारत है, जो न सिर्फ वादे करता है, बल्कि उन्हें पूरा भी करता है।”
प्रधानमंत्री की यह रैली आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र भी अहम मानी जा रही है। भीड़ के उत्साह और सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच पीएम मोदी का यह भाषण राष्ट्रीय सुरक्षा और संकल्पबद्ध नेतृत्व पर केंद्रित रहा।