साउथ के सुपरस्टार और डायरेक्टर ऋषभ शेट्टी की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘कांतारा – चैप्टर 1’ की शूटिंग के दौरान एक बड़ा हादसा शिवमोग्गा जिले के मणि बांध क्षेत्र में मस्ती कट्टे इलाके में होने से बाल-बाल टल गया। जानकारी के अनुसार, शूटिंग टीम के करीब 30 लोग एक नाव में सवार होकर लोकेशन पर जा रहे थे, तभी नाव पलट गई। गनीमत रही कि सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया, हालांकि कीमती कैमरे और अन्य शूटिंग उपकरण पानी में डूब गए।
आत्माओं की नाराजगी या महज संयोग?
फिल्म की थीम और लोकेशन की आध्यात्मिक पृष्ठभूमि को देखते हुए, स्थानीय लोगों और कलाकारों में इसे लेकर अंधविश्वास भी पनपने लगा है।
थिएटर आर्टिस्ट रामदास पुजारी ने बताया कि “दक्षिण कन्नड़ क्षेत्र में ऐसी शूटिंग जोखिम भरी होती है, क्योंकि स्थानीय मान्यताओं के अनुसार आत्माओं को वाणिज्यिक गतिविधियां पसंद नहीं हैं।”
एक अन्य स्थानीय व्यक्ति का दावा है कि ऋषभ शेट्टी ने शूटिंग शुरू करने से पहले आत्माओं से ‘अनुमति’ ली थी, तभी जाकर टीम ने वहां फिल्मांकन शुरू किया। वहीं, एक क्रू मेंबर ने कहा कि “हादसे के दौरान अफरातफरी मच गई थी, सभी घबरा गए थे, लेकिन राहत की बात यह है कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।”
फिल्म को लेकर बढ़ा रोमांच
‘कांतारा’ की पहली किस्त ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया था, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और लोक आस्था को लेकर एक नई बहस छेड़ दी थी। अब जब ‘कांतारा – चैप्टर 1’ की शूटिंग चल रही है, तो इस तरह की घटनाएं फिल्म के रहस्यमयी और अध्यात्मिक स्वरूप को और गहरा करती नजर आ रही हैं।
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल, स्थानीय पुलिस नाव पलटने के मामले की तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं से जांच कर रही है। वहीं शूटिंग यूनिट ने भी सुरक्षा उपायों को और सख्त करने का निर्णय लिया है ताकि आगे कोई अनहोनी न हो।