अगर आपके यहां बेटी है तो आपको इस योजना के बारे में जरूर जान लेना चाहिए क्योंकि इस योजना में दस्तावेज भी बहुत कम मांगे जाते हैं। जिससे ज्यादातर लोगों को इस योजना का फायदा मिल जाता है, तो चलिए जान लीजिए इस स्कीम के बारे में। आप इस योजना के लिए कैसे आवेदन कर सकते हैं? ये आवेदन आपको कहां करना होगा?
इस योजना के तहत सरकार बालिका के नाम से, 6-6 हजार रुपये एक कोष में जमा करती है यानी कि कुल 30,000 रुपये बालिका के नाम से जमा किए जाते हैं। फिर बालिका को कक्षा 6टी में एडमिशन लेने पर 2,000 रुपये, कक्षा 9 वीं में एडमिशन लेने पर 4,000 रुपये, कक्षा 11 वीं में एडमिशन लेने पर 6,000 रुपये और कक्षा 12वीं में एडमिशन लेने पर 6,000 रुपये दिए जाते हैं। वहीं जब बालिका की आयु 21 वर्ष हो जाती है, तो उन्हें 1 लाख रुपये का अंतिम भुगतान होता है। हालांकि अब सरकार ने इस योजना में राशि बढ़ा दी है, तो आखिरी इंस्टॉलमेंट भी बढ़ कर आएगी।
कोई भी व्यक्ति अपनी बालिका के सारे डॉक्यूमेंट्स के साथ आंगनवाडी कार्यकर्ताओं से संपर्क करें। इसके अलावा आप परियोजना कार्यालय, लोक सेवा केन्द्र या किसी भी इंटरनेट कैफे से आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद आपका आवेदन स्वीकृति के लिए परियोजना कार्यालय चले जाएगा, वहां आपका आवेदन स्वीकृत अथवा अस्वीकृत किया जा सकता है। आवेदन स्वीकृत होने के बाद आपकी बालिका के नाम से सरकार 1 लाख 43 हजार रुपये का प्रमाण पत्र देगी। आपको बता दें कि पहले 1 लाख 18 हजार रुपये का प्रमाण पत्र दिया जाता था, लेकिन अब इस योजना में राशि बढ़ा दी गई है।
इस योजना का लाभ राज्य की उन बेटियों को दिया जाता है, जिनके माता-पिता मध्यप्रदेश के मूल निवासी हैं और वे इनकम टैक्स न देते हों। इस योजना का नाम लाड़ली लक्ष्मी योजना है।